Make in India को एक नई ऊँचाई पर ले जाने वाली भारतीय टैबलेट की ताकत

Make in India: रेलवे, इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शुक्रवार को सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया जिसमें उन्होंने एक नया भारतीय टैबलेट प्रदर्शित किया। यह टैबलेट न केवल डिज़ाइन इन इंडिया और मेड इन इंडिया है बल्कि यह अत्यधिक मजबूत भी है। मंत्री ने टैबलेट के साथ कई परीक्षण किए जैसे उसे गिराना और उस पर खड़ा होना ताकि उसकी मजबूती को दिखाया जा सके।
Make in India का योगदान और भारत की तकनीकी उपलब्धि
इस वीडियो में दिखाया गया कि टैबलेट की मजबूती के परीक्षण का उद्देश्य भारत के Make in India अभियान को बढ़ावा देना है। मंत्री ने VVDN Technologies के विनिर्माण इकाई में जाकर भारत की एआई सर्वर तकनीकी का भी प्रदर्शन किया। इससे भारत की तकनीकी आत्मनिर्भरता को एक नई दिशा मिल रही है।
VVDN Technologies का योगदान
VVDN Technologies एक स्वदेशी कंपनी है जो इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादों के अंत से अंत तक विकास में विशेषज्ञता रखती है। यह कंपनी भारत को वैश्विक हार्डवेयर निर्माण केंद्र बनाने के उद्देश्य को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। इसके जरिए भारत को इलेक्ट्रॉनिक्स निर्माण के क्षेत्र में नई ऊँचाइयाँ हासिल हो रही हैं।
नहीं टूटेगा!
Designed in India, Made in India. pic.twitter.com/Ez6BpVasvJ
— Ashwini Vaishnaw (@AshwiniVaishnaw) April 18, 2025
PLI योजना का प्रभाव और भारत की वृद्धि
भारत सरकार की PLI (Production Linked Incentive) योजना ने घरेलू निर्माण को प्रोत्साहित किया है और कंपनियों को निवेश के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की है। इस योजना के तहत जनवरी 2024 तक 10,000 करोड़ रुपए का उत्पादन और 3,900 नई नौकरियों का सृजन हुआ है। यह भारत के लिए ऐतिहासिक उपलब्धि मानी जा रही है।
भारत की इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र में प्रगति
सरकार के अनुसार भारत का इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र पिछले दशक में तेज़ी से बढ़ा है। 2014 में भारत के इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादन का आंकड़ा 2.4 लाख करोड़ रुपए था, जो 2024 में बढ़कर 9.8 लाख करोड़ रुपए हो गया है। यह वृद्धि भारत की तकनीकी स्वावलंबन की ओर एक मजबूत कदम है।