ब्राजीलियाई मॉडल ने खोला राज़, हरियाणा वोटर लिस्ट में फोटो का हुआ था दुरुपयोग

हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 के बाद एक बड़ा विवाद सामने आया है जिसमें ब्राजील की मॉडल लारिसा की फोटो भारत के हरियाणा की वोटर लिस्ट में कई बार इस्तेमाल होने का मामला चर्चा में आया है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस घटना को लेकर आरोप लगाया कि हरियाणा की वोटर लिस्ट में लगभग 25 लाख फर्जी वोट डाले गए हैं। उन्होंने बताया कि एक विदेशी मॉडल की फोटो को 22 बार अलग-अलग नामों से वोटर लिस्ट में दर्ज किया गया। इस घटना ने राजनीतिक और सामाजिक स्तर पर हलचल मचा दी है।
लारिसा की हैरान करने वाली प्रतिक्रिया
जब यह मामला सार्वजनिक हुआ तो लारिसा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक वीडियो जारी किया जिसमें उन्होंने हैरानी और हंसी के साथ इस घटना पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने बताया कि यह उनकी पुरानी फोटो है जो उनके युवावस्था में ली गई थी और अब उसी फोटो का उपयोग भारत में वोट डालने के लिए किया जा रहा है। उन्होंने इसे एक मजेदार लेकिन अविश्वसनीय घटना बताया। लारिसा ने कहा कि उनके एक दोस्त ने उन्हें और भी फोटो भेजी हैं जिससे पता चलता है कि उनकी फोटो के साथ क्या-क्या किया गया है। उनका यह वीडियो तेजी से वायरल हो गया और लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गया।
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राहुल गांधी का आरोप और राजनीतिक विवाद
राहुल गांधी ने इस मुद्दे को लेकर भाजपा और चुनाव आयोग पर कड़ी नाराजगी जताई है। उन्होंने आरोप लगाया कि हरियाणा चुनावों में बड़े पैमाने पर चुनावी घोटाला हुआ है जिससे कांग्रेस की संभावित जीत को रोका गया। उन्होंने कहा कि प्रदेश के कुल 2 करोड़ मतदाताओं में से लगभग 25 लाख मतदाता नकली हैं। राहुल गांधी ने इसे केवल एक तकनीकी गलती नहीं बल्कि एक सुनियोजित धोखाधड़ी करार दिया। इस बयान ने हरियाणा की राजनीति में भूचाल ला दिया है और पूरे देश में इस मामले पर चर्चा हो रही है।
फर्जी वोटर सूची में फोटो का उपयोग
राहुल गांधी ने विशेष रूप से बताया कि लगभग 5 लाख 21 हजार मतदाताओं की प्रविष्टियां संदिग्ध पाई गईं। इनमें एक ही फोटो को अलग-अलग नामों जैसे “स्वीटी”, “सीमा” और “सरस्वती” के साथ दर्ज किया गया है। यह मामला चुनाव प्रक्रिया की पारदर्शिता पर गंभीर सवाल उठाता है। इस घटना से न केवल चुनाव प्रणाली की विश्वसनीयता प्रभावित हुई है बल्कि चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली पर भी संदेह पैदा हुआ है।
चुनाव प्रणाली की पारदर्शिता पर सवाल
यह घटना यह संकेत देती है कि भारत के चुनावी तंत्र में कहीं न कहीं कमजोरियां मौजूद हैं जिन्हें सुधारने की सख्त जरूरत है। विदेशी मॉडल की फोटो का भारत के चुनाव में उपयोग होना न केवल व्यक्तिगत पहचान के दुरुपयोग को दर्शाता है बल्कि चुनावों में बढ़ती फर्जीवाड़े की समस्या को भी उजागर करता है। ऐसे में सरकार और चुनाव आयोग के लिए जरूरी हो जाता है कि वे इस मामले की गंभीरता से जांच करें और सुनिश्चित करें कि भविष्य में इस तरह की घटनाएं दोबारा न हों। जनता भी इस मामले को लेकर जागरूक हो रही है और बेहतर चुनाव प्रणाली की मांग कर रही है।