Airtel के यूजर्स को हो सकता है बड़ा झटका, कंपनी फिर से बढ़ा सकती है मोबाइल प्लान की कीमतें

Airtel के मोबाइल यूजर्स के लिए एक और बड़ा झटका आ सकता है। कंपनी के CEO गोपाल विटल ने इशारा किया है कि कंपनी अपने मोबाइल प्लान को फिर से महंगा कर सकती है। इसके अलावा, पिछले साल जुलाई में किए गए टैरिफ हाइक को भी सही बताया है। जुलाई 2024 में, सभी प्राइवेट कंपनियों सहित Airtel ने अपने मोबाइल प्लान की कीमतें 25% तक बढ़ा दी थीं। इसके साथ ही कंपनी 5G नेटवर्क के विस्तार की योजना भी बना रही है ताकि यूजर्स को बेहतर कनेक्टिविटी मिल सके।
ARPU: भारत में सबसे कम
Airtel के वाइस चेयरमैन और MD गोपाल विटल ने कहा कि भारत का औसत राजस्व प्रति यूज़र (ARPU) दुनिया में सबसे कम है, और इस वजह से टैरिफ हाइक करना जरूरी है ताकि उद्योग में वित्तीय स्थिरता और दीर्घकालिक लाभ सुनिश्चित किया जा सके। विटल ने यह भी कहा कि कंपनी अब 4G नेटवर्क क्षमता के लिए कोई नया निवेश नहीं करेगी। इसके बजाय, कंपनी अपने 5G रेडियो में अतिरिक्त निवेश पर ध्यान देगी। हाल ही में Airtel ने नोकिया और एरिक्सन जैसे यूरोपीय वेंडर्स से 4G और 5G नेटवर्क उपकरणों के लिए मल्टी-बिलियन डॉलर का समझौता किया है। इस फैसले का उद्देश्य 5G यूजर्स की बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुए बेहतर कनेक्टिविटी और नेटवर्क प्रदर्शन प्रदान करना है।
5G नेटवर्क का विस्तार और बढ़ती संख्या
Airtel का 5G यूज़र बेस अब 120 मिलियन यानी 12 करोड़ को पार कर चुका है। यह संख्या तेजी से बढ़ रही है और इस बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए Airtel 5G नेटवर्क के विस्तार पर फोकस कर रही है। इसके अलावा, भारत में अब 80% स्मार्टफोन 5G कनेक्टिविटी के साथ लॉन्च हो रहे हैं, जो यह दर्शाता है कि भारत में 5G नेटवर्क का उपयोग लगातार बढ़ रहा है। ऐसे में, कंपनी की रणनीति 5G नेटवर्क के विस्तार पर जोर देने की है ताकि यूजर्स को बेहतर इंटरनेट स्पीड और कनेक्टिविटी मिल सके।
Airtel के प्लान्स की कीमतें बढ़ीं, ARPU भी हुआ बढ़ा
भारत की दूसरी सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी Airtel के औसत राजस्व प्रति यूज़र (ARPU) में पिछले कुछ महीनों में महत्वपूर्ण बढ़ोतरी देखी गई है। जुलाई 2023 में टैरिफ हाइक के बाद Airtel का ARPU 208 रुपये से बढ़कर 245 रुपये हो गया। दिसंबर तिमाही में कंपनी का ARPU 245 रुपये था, जो सितंबर तिमाही में 233 रुपये था। इसके अलावा, अन्य टेलीकॉम ऑपरेटरों का ARPU भी 200 रुपये के पार पहुंच चुका है, जो इस बात को साबित करता है कि टेलीकॉम कंपनियों के लिए ज्यादा राजस्व जुटाना जरूरी हो गया है।
Airtel का एआई-आधारित एंटी-स्पैम टूल
Airtel ने अपने यूजर्स को फर्जी कॉल्स और मैसेज से राहत दिलाने के लिए एक एआई-आधारित एंटी-स्पैम टूल लॉन्च किया है। इस टूल की मदद से 252 मिलियन यूजर्स को फर्जी कॉल्स और मैसेज से बचाया गया है। कंपनी ने यह कदम ग्राहकों की सुरक्षा और सहूलियत को ध्यान में रखते हुए उठाया है।
कंपनी की वित्तीय स्थिरता के लिए जरूरी है टैरिफ हाइक
Airtel के CEO गोपाल विटल ने बताया कि पिछले कुछ वर्षों में मोबाइल टैरिफ की कीमतों में गिरावट आई है, जिससे टेलीकॉम कंपनियों के लिए निवेश और खर्चे को पूरा करना मुश्किल हो गया है। उन्होंने कहा कि इस समय भारत में औसत ARPU सबसे कम है, और यह इस उद्योग के लिए एक बड़ी चुनौती है। उन्होंने यह भी कहा कि यदि टेलीकॉम कंपनियों को वित्तीय स्थिरता और दीर्घकालिक लाभ हासिल करना है, तो कीमतों में बढ़ोतरी जरूरी है।
Airtel की 5G कनेक्टिविटी पर फोकस
Airtel ने अपने 5G नेटवर्क पर फोकस करना शुरू कर दिया है। अब कंपनी 5G रेडियो नेटवर्क में ज्यादा निवेश करेगी और 4G नेटवर्क की क्षमता में कोई नया निवेश नहीं करेगी। कंपनी का लक्ष्य अपने 5G नेटवर्क को और भी बेहतर बनाना है ताकि यूजर्स को बेहतरीन इंटरनेट स्पीड और कनेक्टिविटी मिल सके। इसके लिए कंपनी ने नोकिया और एरिक्सन जैसी बड़ी कंपनियों से नेटवर्क उपकरणों का एक बड़ा समझौता किया है।
Airtel के लिए यह फैसला बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि वह अपने 5G नेटवर्क को विस्तार देने के लिए बड़ी योजना बना रही है। हालांकि, इसके साथ ही कंपनी अपने मोबाइल प्लान्स की कीमतों में वृद्धि करने पर विचार कर रही है। एआरपीयू में वृद्धि और 5G नेटवर्क पर अधिक निवेश, Airtel को भारत में अपनी वित्तीय स्थिति मजबूत करने में मदद करेगा। हालांकि, ग्राहकों के लिए यह एक चुनौती हो सकती है, क्योंकि इससे उनका खर्च बढ़ सकता है। ऐसे में, Airtel को अपने यूजर्स की संतुष्टि और उनकी आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए अपनी नीतियों में संतुलन बनाए रखना होगा।