IMC 2025 में बड़ा ऐलान: भारत 2030 तक लॉन्च करेगा 6G, AI बनेगी इसमें अहम हिस्सा, जानिए पूरी डिटेल

इंडिया मोबाइल कांग्रेस (IMC) 2025 में 6G सेवाओं को लेकर महत्वपूर्ण घोषणाएँ की गईं। दूरसंचार सचिव नीरज मित्तल ने भारत में 6G सेवाओं में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की भूमिका पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने बताया कि भारत ने 6G सेवाओं की तैयारी शुरू कर दी है और 2030 तक 6G सेवा भारत में लॉन्च की जा सकती है। इसी अवसर पर केंद्रीय दूरसंचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी दावा किया कि भारत 6G सेवाओं को लॉन्च करने वाले अग्रणी देशों में शामिल होगा।
AI की अहम भूमिका
6G सेवाओं में AI एक केंद्रीय भूमिका निभाएगा। दूरसंचार सचिव नीरज मित्तल ने बताया कि 5G से 6G में संक्रमण के दौरान AI नेटवर्क इंटेलिजेंस और सेल्फ-हीलिंग प्रदान करेगा। AI केवल जनरेटिव चैटबॉट तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि कई अन्य कार्यों को भी बदल देगा। यह नेटवर्क के फ्रंट एंड के साथ-साथ गहन और मिडल लेवल पर भी इस्तेमाल किया जाएगा, जिससे ग्राहकों को बेहतर सेवा प्रदान की जा सकेगी। AI का उपयोग भविष्य में नेटवर्क की क्षमता बढ़ाने और संभावित खतरों को पहचानने के लिए भी किया जाएगा।

स्थानीय तकनीक पर आधारित 6G
भारत ने हाल ही में पूरी तरह से स्वदेशी तकनीक पर आधारित 4G सेवा लॉन्च की है। BSNL की 4G सेवा पूरी तरह से 5G-रेडी है और भारत की 6G सेवा भी पूरी तरह स्वदेशी तकनीक पर आधारित होगी। IMC 2025 में कई स्टार्टअप कंपनियों ने 6G के प्रोटोटाइप और तकनीकी डेमो पेश किए। भारत में 6G लॉन्च के लिए नेटवर्क गियर, सॉफ्टवेयर और अन्य आवश्यक उपकरण पूरी तरह स्वदेशी होंगे। यह कदम भारत को वैश्विक स्तर पर तकनीकी आत्मनिर्भरता की दिशा में मजबूत बनाएगा।
6G परीक्षण 2028 में शुरू होंगे
रिपोर्ट के अनुसार, भारत में 6G सेवाओं के परीक्षण 2028 में शुरू होंगे और 2030 तक सेवा का लॉन्च कर दिया जाएगा। 5G सेवाओं की तरह, 6G को भी तेजी से रोलआउट किया जाएगा। वर्तमान में, भारत के 99 प्रतिशत जिले 5G नेटवर्क से जुड़े हैं। दूरसंचार सचिव ने यह भी बताया कि सरकार AI टूल्स का इस्तेमाल डीपफेक्स, वॉइस क्लोनिंग, वित्तीय धोखाधड़ी और वॉइस व वीडियो पहचान सत्यापन के लिए कर रही है। भविष्य में AI का उपयोग टेलिकॉम नेटवर्क में भी किया जाएगा, जो नेटवर्क के लिए जीवनरेखा का काम करेगा।
