Priyanka Gandhi: प्रियंका गांधी का शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि! शहीदों के परिवारों को शोक संदेश दिया

Priyanka Gandhi: कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई में शहीद हुए सैनिकों पर एक बयान जारी किया है। प्रियंका गांधी ने अपने X हैंडल पर लिखा, “भारत की सेना द्वारा आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई और पाकिस्तान से सैन्य संघर्ष में हमारे कई सैनिकों की शहादत अत्यंत दुखद है।” उन्होंने शहीद सैनिकों के प्रति अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
प्रियंका गांधी ने शहीदों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की
प्रियंका गांधी ने शहीद सैनिकों के नामों का उल्लेख करते हुए कहा, “हमारे बहादुर सैनिकों ने देश की सुरक्षा के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया है। उनके परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है। पूरा देश इस कठिन समय में शोक संतप्त परिवारों के साथ खड़ा है। हम हमेशा शहीदों और उनके परिवारों के ऋणी रहेंगे।”
आतंकवादियों के विरुद्ध भारतीय सेना की कार्रवाई और पाकिस्तान से सैन्य टकराव के दौरान हमारे कई जवानों की शहादत अत्यंत दुखद है।
हमारी सेना के जांबाज सूबेदार पवन कुमार जी, सिपाही एम मुरली नाइक जी, लांस नायक दिनेश कुमार जी, बीएसएफ के सब-इंस्पेक्टर मोहम्मद इम्तियाज जी, सार्जेंट…
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) May 12, 2025
भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव का उच्चतम स्तर
भारत और पाकिस्तान के बीच पिछले कुछ दिनों से तनाव काफी बढ़ चुका था। दोनों देशों के बीच चल रही कार्रवाई युद्ध जैसे हालात पैदा कर रही थी लेकिन दोनों देशों के बीच युद्ध नहीं हुआ और संघर्षविराम की घोषणा की गई। इस दौरान भारत ने पाकिस्तान को काफी नुकसान पहुँचाया, जिसके कारण पाकिस्तान ने भी गोला-बारूद से हमला किया।
पाहलगाम हमले के बाद भारत की कड़ी प्रतिक्रिया
पाहलगाम में 22 अप्रैल को आतंकवादियों ने हमला किया था जिसमें 26 लोग मारे गए थे। इसके बाद भारत ने पाकिस्तान के 9 स्थानों पर आतंकवादी ठिकानों को नष्ट कर दिया। पाकिस्तान इस हमले से गुस्से में था और उसने भारत पर कई हमले किए, जिनका भारतीय सेना ने मुंहतोड़ जवाब दिया।
भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष और शांति की कोशिश
भारत और पाकिस्तान के बीच यह तनावपूर्ण स्थिति कई दिनों तक बनी रही। हालांकि, संघर्षविराम की घोषणा के बाद भी भारत ने पाकिस्तान को यह संदेश दिया कि आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगी। शहीद सैनिकों की शहादत ने यह साबित कर दिया कि भारत आतंकवाद के खिलाफ बिना किसी समझौते के लड़ाई जारी रखेगा।