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नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट ने पूरा किया बड़ा ट्रायल रन, सुरक्षा और संचालन व्यवस्था पूरी तरह तैयार

उत्तर भारत के लिए एक बड़ी खुशखबरी है कि जल्द ही नोएडा में नया अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा खुलने जा रहा है। यमुना एक्सप्रेसवे के पास जेवर में बन रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की पहली उड़ान का इंतजार लगभग पूरा हो चुका है। हाल ही में यहां के दूसरे पैसेंजर टर्मिनल का ट्रायल रन भी सफलतापूर्वक पूरा हो गया है। इस ट्रायल रन के बाद उम्मीद जताई जा रही है कि दिसंबर तक यह एयरपोर्ट यात्रियों का स्वागत करने के लिए पूरी तरह से तैयार होगा।

सफल ट्रायल रन से बड़ी उम्मीदें

नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के प्रबंधन ने एक वीडियो शेयर किया जिसमें दिखाया गया कि यात्रियों के प्रवेश से लेकर चेक-इन, सुरक्षा जांच, बोर्डिंग गेट्स और बैगेज हैंडलिंग तक का पूरा सिस्टम जांचा गया। इस प्रक्रिया में स्थानीय लोग और कंपनी के कर्मचारी यात्रियों की भूमिका निभा रहे थे। उन्हें बोर्डिंग पास दिए गए और विमान तक ले जाया गया। प्रबंधन ने इस ट्रायल रन को एक “महत्वपूर्ण मील का पत्थर” बताया है, जो दर्शाता है कि घरेलू टर्मिनल लगभग पूरा हो चुका है और सुरक्षा व्यवस्थाएं भी पूरी हो गई हैं।

उड़ान संचालन के लिए तैयारियां अंतिम चरण में

नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (NIAL) के नोडल ऑफिसर शैलेन्द्र भाटिया ने बताया कि एयरपोर्ट लगभग उड़ान संचालन के लिए तैयार है। रनवे पर सभी आवश्यक रडार और नेविगेशन सिस्टम इंस्टॉल हो चुके हैं। अब बस नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो (BCAS) की मंजूरी का इंतजार है, जिसके बाद DGCA से एयरपोर्ट का एयरोड्रोम लाइसेंस जारी किया जाएगा। अधिकारियों के अनुसार, पहली वाणिज्यिक उड़ान 15 दिसंबर को उड़ान भर सकती है। हालांकि उद्घाटन की तारीख अभी तय नहीं हुई है, पर इसके लिए तैयारियां तेज हो चुकी हैं।

स्मार्ट और टिकाऊ हवाई अड्डा

सिविल एविएशन मंत्रालय के अधिकारियों ने मंगलवार को एयरपोर्ट के डेवलपर यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड (YIAPL) और NIAL के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की। इस बैठक में सुरक्षा योजना, ऑपरेशनल सिस्टम और लाइसेंस सर्टिफिकेशन जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को भारत का सबसे स्मार्ट और टिकाऊ एयरपोर्ट बनाने की योजना है। यह एयरपोर्ट उच्चतम तकनीक से लैस होगा और पर्यावरण संरक्षण को ध्यान में रखते हुए बनाया जा रहा है।

दिल्ली के आईजीआई एयरपोर्ट पर निर्भरता कम होगी

यह नया एयरपोर्ट उत्तर भारत के यात्रियों को दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर निर्भर रहने से आजाद करेगा। इससे क्षेत्रीय यातायात का दबाव कम होगा और यात्रियों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी। जेवर का यह हवाई अड्डा न केवल घरेलू बल्कि अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए भी एक नया केंद्र बनेगा। आने वाले समय में यह भारत के सबसे बड़े और व्यस्ततम एयरपोर्टों में से एक बनने की पूरी संभावना है।

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