शेयर बाजार में गिरावट के बावजूद निफ्टी को बड़ा फायदा, 4% उछाल संभव!

भारत का शेयर बाजार पिछले पांच महीने से काफी खराब दौर से गुजर रहा है। निवेशक लगातार अपनी हिस्सेदारी बेच रहे हैं, जिससे बाजार में दबाव बना हुआ है। पिछले सप्ताह विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) ने लगभग 405 मिलियन डॉलर के निवेश को बाजार से वापस लिया। इससे बाजार में और गिरावट देखने को मिली। इसके बावजूद, घरेलू संस्थागत निवेशक (DIIs) लगातार खरीदी कर रहे हैं और इसके आगे भी जारी रहने की उम्मीद जताई जा रही है।
निफ्टी 50 में 2025 में उम्मीदें: नॉमुरा का अनुमान
इस गिरावट के बावजूद, जापान की ब्रोकरेज फर्म नॉमुरा ने भारतीय बाजार को लेकर कुछ सकारात्मक आशाएं जताई हैं। नॉमुरा का कहना है कि, भले ही निफ्टी 50 इंडेक्स अपने रिकॉर्ड उच्चतम स्तर से 16% नीचे गिर चुका है, फिर भी 2025 में इसमें कुछ उछाल देखने की उम्मीद है। नॉमुरा ने अनुमान लगाया है कि निफ्टी 50 का इंडेक्स इस समय (22,932.9) से बढ़कर दिसंबर 2025 तक 23,784 तक पहुंच सकता है। यानी कि इस साल 3.7% की मामूली वृद्धि की संभावना है।
नॉमुरा का कहना है कि साल के अंत तक निफ्टी 50 इंडेक्स 21,800 से लेकर 25,700 तक कारोबार कर सकता है। इसका मतलब है कि निफ्टी के वर्तमान स्तर से 5% तक गिरावट या 12% तक उछाल देखा जा सकता है।
निफ्टी 50 में बेहतर संभावनाएं
नॉमुरा ने उन सेक्टरों की सूची बनाई है, जिनमें आने वाले समय में बेहतर संभावनाएं हैं। इनमें वित्तीय, उपभोक्ता वस्त्र, एफएमसीजी, तेल और गैस, टेलीकॉम, पावर, फार्मा, इंटरनेट और रियल एस्टेट सेक्टर शामिल हैं। इन सेक्टरों में अच्छे रिटर्न की उम्मीद जताई गई है।
इसके विपरीत, ऑटोमोबाइल, कैपिटल गुड्स, सीमेंट, अस्पताल और मेटल्स सेक्टर को नॉमुरा ने ‘अंडरवेट’ (कम तवज्जो देने वाला) श्रेणी में रखा है। इसका मतलब है कि इन सेक्टरों में निफ्टी के लिए कम संभावनाएं हो सकती हैं।
निफ्टी के लिए कुछ प्रमुख स्टॉक्स: नॉमुरा का पोर्टफोलियो
नॉमुरा ने अपने पोर्टफोलियो में कुछ महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं। नॉमुरा ने ‘एक्सिस बैंक’ को अपनी पसंदीदा स्टॉक्स की सूची में जोड़ा है। वहीं, ‘हुंडई मोटर इंडिया’, ‘निप्पोन इंडिया एएमसी’ और ‘जीई वर्नोवा टी एंड डी’ को पोर्टफोलियो से हटा दिया है।
इसके अलावा, नॉमुरा ने ‘वोल्टास’ और ‘एबीबी इंडिया’ को अपनी कम पसंदीदा स्टॉक्स की सूची में जोड़ा है, जबकि ‘मारुति सुजुकी’ और ‘हेवेल्स’ को इस सूची से हटा दिया है।
निफ्टी और भारतीय बाजार का भविष्य
भारतीय शेयर बाजार में निवेशकों की नजर निफ्टी 50 और संबंधित सेक्टरों पर टिकी हुई है। बाजार के हालात में बदलाव की उम्मीद है, लेकिन यह इस बात पर निर्भर करेगा कि घरेलू और विदेशी निवेशकों का क्या रुख रहता है। फिलहाल, घरेलू संस्थागत निवेशकों के सकारात्मक रुझान के कारण भारतीय बाजार में एक स्थिरता की उम्मीद है, जबकि विदेशी संस्थागत निवेशकों के निराशाजनक रुझान से बाजार में अस्थिरता बनी हुई है।
निफ्टी और सेक्टरों की दिशा
हालांकि, नॉमुरा द्वारा बताई गई संभावनाओं के आधार पर, वित्तीय, उपभोक्ता वस्त्र, फार्मा, टेलीकॉम और पावर सेक्टरों में निवेशकों को बेहतर रिटर्न मिलने की संभावना है। इन सेक्टरों में विकास की संभावना अधिक है और इसमें निवेश करना सुरक्षित हो सकता है।
इसके साथ ही, ऑटो, कैपिटल गुड्स, सीमेंट, मेटल्स और अस्पताल सेक्टरों में उतनी उम्मीद नहीं है, और इन सेक्टरों में निवेश करने से जोखिम बढ़ सकता है। निवेशकों को अपने पोर्टफोलियो का संतुलन बनाए रखते हुए इन सेक्टरों में भी निवेश करने पर विचार करना चाहिए।
निफ्टी 50 के बारे में नॉमुरा का अनुमान है कि साल 2025 में इसमें एक मामूली वृद्धि देखने को मिल सकती है, और यह अपने वर्तमान स्तर से 3.7% तक बढ़ सकता है। इस दौरान, कुछ सेक्टरों में बेहतर रिटर्न की संभावना है, जबकि कुछ सेक्टरों को ‘अंडरवेट’ श्रेणी में रखा गया है। निवेशकों को इन सेक्टरों और स्टॉक्स पर ध्यान केंद्रित करके अपनी निवेश रणनीति को तय करना चाहिए।
अंततः, निवेशकों को यह समझना होगा कि शेयर बाजार में जोखिम के साथ-साथ अवसर भी होते हैं। ऐसे समय में, जब बाजार में गिरावट देखने को मिल रही है, तो सही सेक्टर और स्टॉक्स का चयन करके अच्छा रिटर्न हासिल किया जा सकता है।