एशियाई बाजारों में मंदी की दस्तक, ट्रेड वार्ता पर नजरें टिकीं, निवेशक कर रहे इंतज़ार

सप्ताह के पहले कारोबारी दिन सोमवार को एशियाई शेयर बाजारों में मिलाजुला रुख देखने को मिल रहा है। निवेशक अमेरिका और यूरोप के बीच संभावित व्यापार समझौते को लेकर स्पष्ट संकेतों का इंतजार कर रहे हैं, जिस कारण बाजारों में सतर्कता का माहौल है। जापान और दक्षिण कोरिया जैसे बाजारों में गिरावट देखी गई है, वहीं चीन और हांगकांग के बाजारों में तेजी का रुख है।
जापान और दक्षिण कोरिया के बाजारों में गिरावट
जापान के निक्केई सूचकांक (Nikkei 225) में सोमवार सुबह गिरावट दर्ज की गई। यह सूचकांक भारतीय समयानुसार सुबह 7:45 बजे 318.16 अंकों की कमजोरी के साथ 0.77 प्रतिशत गिरकर 41,138.07 पर कारोबार कर रहा था। वहीं, दक्षिण कोरिया का कोस्पी इंडेक्स (Kospi) भी हल्की गिरावट के साथ नजर आया। कोस्पी 4.37 अंकों या 0.14 प्रतिशत की गिरावट के साथ 3,191.68 पर कारोबार करता देखा गया।
इन दोनों ही बाजारों में गिरावट की प्रमुख वजह वैश्विक स्तर पर व्यापार समझौतों को लेकर बनी अनिश्चितता और निवेशकों की सतर्कता मानी जा रही है। साथ ही, इन देशों की आंतरिक आर्थिक रिपोर्टों और कंपनियों के परिणामों पर भी बाजार की नजर बनी हुई है।
चीन और हांगकांग के बाजारों में तेजी
दूसरी ओर, चीन और हांगकांग के बाजारों में मजबूती देखने को मिली। चीन का एसएसई कंपोजिट इंडेक्स (SSE Composite Index) 11.85 अंकों या 0.33 प्रतिशत की बढ़त के साथ 3,605.50 पर पहुंच गया। वहीं, हांगकांग का हैंगसेंग इंडेक्स (Hang Seng Index) 237.19 अंकों या 0.93 प्रतिशत की तेजी के साथ 25,625.54 पर कारोबार करता नजर आया।
इन बाजारों में आई तेजी के पीछे चीन की आर्थिक गतिविधियों में आई स्थिरता और कुछ प्रमुख टेक कंपनियों के अच्छे तिमाही नतीजे माने जा रहे हैं। इसके अलावा हांगकांग में विदेशी निवेशकों की रुचि और आर्थिक नीतियों में सुधार की संभावना ने बाजार में सकारात्मकता बनाए रखी है।
अमेरिकी बाजारों ने सप्ताह किया था मजबूती के साथ खत्म
इससे पहले शुक्रवार को अमेरिकी बाजारों ने मजबूती के साथ सप्ताह का अंत किया था। मजबूत तिमाही नतीजों और व्यापारिक मोर्चे पर सकारात्मक संकेतों के चलते निवेशकों का भरोसा बढ़ा। एसएंडपी 500 इंडेक्स 0.40 प्रतिशत की बढ़त के साथ 6,388.64 पर बंद हुआ, जो साल 2025 में इसका 14वां रिकॉर्ड क्लोजिंग स्तर रहा।
वहीं, नैस्डैक कंपोजिट 0.24 प्रतिशत की तेजी के साथ 21,108.32 पर बंद हुआ, जो इस साल का उसका 15वां रिकॉर्ड क्लोजिंग रहा। डॉव जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज (Dow Jones) भी 208.01 अंकों या 0.47 प्रतिशत की बढ़त के साथ 44,901.92 पर बंद हुआ। इन आंकड़ों से यह साफ होता है कि अमेरिकी बाजारों में फिलहाल सकारात्मक माहौल बना हुआ है, जिसका असर अन्य वैश्विक बाजारों पर भी देखने को मिल रहा है।