Women’s Day : महिला दिवस पर पीएम मोदी की सुरक्षा का जिम्मा महिला पुलिसकर्मियों के हाथ, एक ऐतिहासिक पहल

Women’s Day: आज, 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशभर की महिलाओं को बधाई दी। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट साझा करते हुए लिखा, “हम अपनी नारी शक्ति को महिला दिवस के इस खास मौके पर सलाम करते हैं। हमारी सरकार हमेशा महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए काम करती रही है, और यह हमारे योजनाओं और कार्यक्रमों में स्पष्ट रूप से दिखता है। आज, जैसा कि मैंने वादा किया था, मेरे सोशल मीडिया अकाउंट्स का संचालन उन महिलाओं द्वारा किया जाएगा जो विभिन्न क्षेत्रों में अपनी पहचान बना रही हैं।”
इस खास दिन पर प्रधानमंत्री मोदी द्वारा गुजरात के नवसारी में आयोजित “लाखपति दीदी” कार्यक्रम को संबोधित किया जाएगा। इस मौके पर एक ऐतिहासिक घटना घटने जा रही है, जो नारी शक्ति के गर्व की प्रतीक बनेगी। दरअसल, महिला दिवस के अवसर पर पहली बार देश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा की जिम्मेदारी पूरी तरह से महिला पुलिसकर्मियों के कंधों पर होगी।
We bow to our Nari Shakti on #WomensDay! Our Government has always worked for empowering women, reflecting in our schemes and programmes. Today, as promised, my social media properties will be taken over by women who are making a mark in diverse fields! pic.twitter.com/yf8YMfq63i
— Narendra Modi (@narendramodi) March 8, 2025
महिला पुलिसकर्मियों द्वारा पीएम मोदी की सुरक्षा – एक ऐतिहासिक कदम
गुजरात के गृह मंत्री हर्ष सिंहवी ने इस पहल की जानकारी दी और बताया कि गुजरात पुलिस ने महिला दिवस के मौके पर एक अनोखी पहल की है। यह पहली बार होगा जब देश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा का जिम्मा महिला पुलिसकर्मियों द्वारा निभाया जाएगा। यह गुजरात पुलिस का एक गर्वित कदम है, जो नारी शक्ति के सम्मान और सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
गुजरात पुलिस द्वारा यह फैसला लिया गया है कि पीएम मोदी के नवसारी पहुंचने से लेकर कार्यक्रम स्थल तक की सुरक्षा की जिम्मेदारी महिला पुलिसकर्मियों के हाथ में होगी। इससे न केवल महिला पुलिसकर्मियों का मनोबल बढ़ेगा, बल्कि यह पूरे देश में महिलाओं की भूमिका और योगदान को मजबूत करने का एक प्रभावशाली संदेश देगा।
महिला पुलिसकर्मियों का योगदान और विशेष पहल
इस ऐतिहासिक मौके पर, पीएम मोदी की सुरक्षा में 2,145 महिला कांस्टेबल, 61 महिला इंस्पेक्टर, 197 महिला PSI (पुलिस सब इंस्पेक्टर), 19 महिला DYSP (डिप्टी पुलिस सुपरिटेंडेंट), 5 महिला SP (सुपरिटेंडेंट पुलिस) और एक महिला DIG (डीआईजी) स्तर की अधिकारी शामिल होंगी। इन सभी महिला अधिकारियों और कर्मियों ने विशेष रूप से पीएम मोदी की सुरक्षा में अपनी भूमिका निभाने के लिए पूरी तरह से तैयारी की है।
यह पहल न केवल एक बड़ा कदम है, बल्कि यह महिला सशक्तिकरण की दिशा में भी महत्वपूर्ण है। जब महिला पुलिसकर्मियों को इस तरह के महत्वपूर्ण कार्यों में शामिल किया जाता है, तो यह समाज में महिलाओं की भूमिका को फिर से स्थापित करता है और उनके अधिकारों को भी प्रबल करता है।
महिला सशक्तिकरण और प्रधानमंत्री मोदी की पहल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमेशा महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए कई योजनाओं और कार्यक्रमों का समर्थन किया है। मोदी सरकार ने कई योजनाओं के माध्यम से महिलाओं को उनकी पहचान और अधिकार देने का कार्य किया है। “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ”, “उज्ज्वला योजना”, “महिला स्व-समूहों को प्रोत्साहन”, “प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना” जैसे कई प्रयासों के माध्यम से महिलाओं के जीवन में बदलाव लाने की कोशिश की गई है।
महिला पुलिसकर्मियों के लिए यह पहल एक बहुत बड़ी उपलब्धि है, जो उनके आत्मविश्वास और समर्पण का प्रतीक है। यह कदम इस बात को साबित करता है कि महिला सशक्तिकरण केवल शब्दों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह वास्तविकता में भी बदल रहा है।
नारी शक्ति का सम्मान और समाज में उनकी अहम भूमिका
महिला दिवस के इस विशेष अवसर पर पीएम मोदी का यह कदम नारी शक्ति को सम्मानित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। प्रधानमंत्री मोदी का यह संदेश न केवल देश भर की महिलाओं के लिए प्रेरणादायक है, बल्कि यह हमें यह भी बताता है कि महिलाएं किसी भी क्षेत्र में पुरुषों के बराबर या उनसे बेहतर प्रदर्शन करने की क्षमता रखती हैं।
इस पहल से यह भी साफ है कि अब समय आ गया है जब महिलाएं किसी भी कार्यक्षेत्र में पुरुषों से पीछे नहीं हैं। चाहे वह राजनीति हो, खेल हो, शिक्षा हो, या फिर सुरक्षा जैसे संवेदनशील क्षेत्रों की बात हो, महिलाओं ने अपनी अलग पहचान बनाई है।
महिला दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा की जिम्मेदारी महिला पुलिसकर्मियों के कंधों पर सौंपने का यह कदम न केवल एक ऐतिहासिक पहल है, बल्कि यह हमारे समाज में महिलाओं के स्थान और उनके योगदान को मान्यता देने का एक महत्वपूर्ण प्रयास है। गुजरात पुलिस की यह पहल नारी शक्ति के प्रति सम्मान और उनके सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बनेगा।
इस दिन के महत्व को देखते हुए यह जरूरी है कि हम नारी शक्ति का सम्मान करें और समाज में उनके योगदान को स्वीकार करें। महिलाओं की शक्ति को पहचानना और उन्हें हर क्षेत्र में समान अवसर देना हम सभी का कर्तव्य है।