रिषभ पंत बाहर, ध्रुव जुरेल को मौका, जगदीशन की एंट्री लगभग तय, किसे मिलेगा चौथे टेस्ट में मौका?

भारतीय टीम के स्टार बल्लेबाज और विकेटकीपर ऋषभ पंत पूरी टेस्ट सीरीज से बाहर हो गए हैं। पंत को उंगली में गंभीर चोट आई है, जिसकी वजह से वह अब चौथे टेस्ट में विकेटकीपिंग नहीं कर पाएंगे। हालांकि टीम की जरूरत पड़ने पर वह चौथे टेस्ट में बल्लेबाजी कर सकते हैं। इंग्लैंड के गेंदबाज क्रिस वोक्स की गेंद पंत की टांग पर लगी, जिसके बाद उनके पैर से खून निकलने लगा और उन्हें मैदान छोड़कर जाना पड़ा। इससे पहले यह कयास लगाए जा रहे थे कि पंत की जगह ईशान किशन को टीम में शामिल किया जा सकता है, लेकिन वह इस समय चयन के लिए उपलब्ध नहीं हैं। पंत की चोट ने टीम इंडिया की रणनीति को झटका दिया है क्योंकि वह पहले टेस्ट में दोनों पारियों में शतक और दूसरे तथा तीसरे टेस्ट में अर्धशतक लगा चुके हैं। वह इस समय चौथे टेस्ट में बल्लेबाजी कर रहे हैं और 39 रन बनाकर क्रीज पर मौजूद हैं।
ध्रुव जुरेल को मिली विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी
पंत की चोट के बाद चौथे टेस्ट मैच में विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी अब युवा खिलाड़ी ध्रुव जुरेल को सौंपी गई है। बीसीसीआई ने अपडेट में बताया कि ऋषभ पंत चौथे टेस्ट में विकेटकीपिंग नहीं करेंगे और ध्रुव जुरेल यह जिम्मेदारी निभाएंगे। पंत के बाहर होने से टीम इंडिया की बैटिंग लाइनअप में संतुलन बिगड़ सकता है, लेकिन ध्रुव जुरेल की एंट्री से युवा खिलाड़ियों को बड़ा मौका मिलेगा। ध्रुव जुरेल पहले भी घरेलू क्रिकेट में अपने प्रदर्शन से सभी को प्रभावित कर चुके हैं। वह अपने सटीक विकेटकीपिंग और तेजतर्रार बल्लेबाजी के लिए जाने जाते हैं। इंग्लैंड के खिलाफ इस महत्वपूर्ण टेस्ट मैच में उन पर बड़ा दायित्व होगा कि वह पंत की कमी को पूरा कर सकें।
एन जगदीशन को मिल सकता है मौका
पंत के विकल्प के तौर पर अब एन जगदीशन को भारतीय टीम में शामिल किया जा सकता है। क्रिकबज की रिपोर्ट के अनुसार, चयनकर्ता एन जगदीशन को पंत के रिप्लेसमेंट के तौर पर टीम में शामिल करने पर विचार कर रहे हैं और उनका शामिल होना लगभग तय माना जा रहा है। एन जगदीशन ने अभी तक भारतीय टीम के लिए कोई टेस्ट मैच नहीं खेला है, लेकिन उनका घरेलू क्रिकेट में रिकॉर्ड शानदार रहा है। उन्होंने 52 फर्स्ट क्लास मैचों में 3373 रन बनाए हैं, जिसमें 10 शतक और 14 अर्धशतक शामिल हैं। इसके अलावा, उन्होंने 64 लिस्ट ए मैचों में 2728 रन बनाए हैं, जिसमें 9 शतक शामिल हैं। आईपीएल में भी वह चेन्नई सुपर किंग्स और कोलकाता नाइट राइडर्स की ओर से खेल चुके हैं और 13 मैचों में 162 रन बना चुके हैं। उनके स्थिर खेल और बड़ी पारी खेलने की क्षमता ने चयनकर्ताओं का ध्यान उनकी ओर खींचा है।
भारतीय टीम की चुनौती बढ़ी
ऋषभ पंत की चोट भारतीय टीम के लिए बड़ा झटका जरूर है, लेकिन पंत ने फिर भी मैदान पर उतरकर अपनी जुझारू भावना का परिचय दिया है। शार्दुल ठाकुर के आउट होने के बाद पंत चोट के बावजूद बल्लेबाजी करने उतरे और वह क्रीज पर टिके हुए हैं। पंत की यह जुझारू मानसिकता टीम के लिए प्रेरणा का स्रोत है। भारतीय टीम को अब ध्रुव जुरेल और एन जगदीशन जैसे युवा खिलाड़ियों से उम्मीदें हैं कि वे इस चुनौतीपूर्ण समय में टीम के लिए योगदान देंगे और पंत की कमी को पूरा करने का प्रयास करेंगे। पंत का चोट के बावजूद मैदान पर उतरना दर्शाता है कि उनके अंदर देश के लिए खेलने की कितनी चाह और जुनून है। अब सभी की नजर इस पर टिकी है कि भारतीय टीम इस चुनौती को कैसे पार करती है और आगामी मैचों में जीत दर्ज कर पाती है या नहीं।