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Premier Explosives shares को विदेशी डिफेंस डील, शेयर 9.6% उछले – जानिए किस देश से आया रहस्यमय ऑर्डर

सोमवार, 4 अगस्त 2025 को प्रीमियर एक्सप्लोसिव्स के शेयरों में जबरदस्त तेजी देखने को मिली। कंपनी के शेयर 9.6 प्रतिशत की उछाल के साथ दिन के उच्चतम स्तर ₹468.05 प्रति शेयर पर पहुंचे। हालांकि, दिन के अंत में शेयर ने ₹440.30 के स्तर पर 3.28 प्रतिशत की बढ़त के साथ बंद किया। यह उछाल मुख्य रूप से एक बड़े अंतरराष्ट्रीय ऑर्डर की घोषणा के बाद आया, जिसने निवेशकों का भरोसा बढ़ा दिया।

अंतरराष्ट्रीय रक्षा ऑर्डर बना तेजी की वजह

शेयरों में आई इस मजबूती की सबसे बड़ी वजह कंपनी को मिला ₹190.07 करोड़ (लगभग $21.75 मिलियन) का बड़ा रक्षा निर्यात ऑर्डर है। कंपनी ने जानकारी दी कि उसे एक अंतरराष्ट्रीय संस्था से यह ऑर्डर मिला है, जिसके तहत वह अगले दो वर्षों में रक्षा क्षेत्र से संबंधित विस्फोटक उत्पादों का निर्माण और आपूर्ति करेगी। कंपनी ने स्टॉक एक्सचेंज को दिए गए फाइलिंग में स्पष्ट किया कि यह एक बड़ा ऑर्डर है और इसके तहत उत्पाद समयसीमा के भीतर वितरित किए जाएंगे। इसके साथ ही हाल ही में कंपनी को एक और अंतरराष्ट्रीय ऑर्डर मिला था, जिसकी कीमत ₹105 करोड़ ($12.24 मिलियन) थी, जिसे अगले 12 महीनों में पूरा किया जाएगा।

Premier Explosives shares को विदेशी डिफेंस डील, शेयर 9.6% उछले – जानिए किस देश से आया रहस्यमय ऑर्डर

वित्तीय प्रदर्शन में गिरावट, लेकिन ऑर्डर्स से उम्मीद

जहां एक ओर कंपनी के शेयरों में तेजी देखी गई, वहीं मार्च 2025 की तिमाही के नतीजों ने कुछ नकारात्मक संकेत भी दिए। इस तिमाही में कंपनी का नेट प्रॉफिट साल-दर-साल आधार पर 44.3 प्रतिशत गिरकर ₹3.7 करोड़ पर आ गया। इसी अवधि में कंपनी की आय भी 14.6 प्रतिशत घटकर ₹74.08 करोड़ रह गई। अगर इसे पिछली तिमाही (दिसंबर 2024) से तुलना करें, तो मुनाफे में 59.7 प्रतिशत और राजस्व में 55.3 प्रतिशत की गिरावट देखी गई। हालांकि, निवेशक इस गिरावट को नजरअंदाज करते हुए भविष्य की ऑर्डर बुक और रक्षा क्षेत्र में कंपनी की मजबूत पकड़ को देखते हुए शेयर में रुचि दिखा रहे हैं।

कंपनी की पृष्ठभूमि और भविष्य की संभावनाएं

प्रीमियर एक्सप्लोसिव्स लिमिटेड एक प्रसिद्ध भारतीय कंपनी है जो औद्योगिक विस्फोटक, डेटोनेटर और रक्षा व अंतरिक्ष क्षेत्र के लिए विशेष सामग्री का निर्माण करती है। कंपनी भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के श्रीहरिकोटा केंद्र और रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) के जगदलपुर स्थित सॉलिड फ्यूल कॉम्प्लेक्स में सॉलिड प्रोपलेंट प्लांट्स का संचालन एवं रखरखाव भी करती है। कंपनी की यह विशेषज्ञता और हाल ही में मिले अंतरराष्ट्रीय ऑर्डर्स, इसके भविष्य की ग्रोथ को मज़बूती प्रदान कर रहे हैं। यदि कंपनी समय पर डिलीवरी करती है और नए ऑर्डर प्राप्त करती है, तो इसके शेयरों में आगे और तेजी देखने को मिल सकती है।

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