पेरिस फाइनल की यादें ताजा होंगी! Neeraj Chopra और Arshad Nadeem फिर आमने-सामने टोक्यो में

भारतीय स्टार नीरज चोपड़ा और पाकिस्तानी ओलंपिक चैंपियन अरशद नादेम इस महीने के अंत में टोक्यो में होने वाले वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2025 में एक बार फिर आमने-सामने होंगे। यह मुकाबला उन दोनों के बीच पेरिस ओलंपिक के यादगार फाइनल के बाद पहली बार होगा। पेरिस में अरशद नादेम ने रिकॉर्ड थ्रो 92.97 मीटर के साथ गोल्ड मेडल जीतकर नीरज को पीछे छोड़ा था। इस टूर्नामेंट में भारत की उम्मीदें नीरज चोपड़ा पर केंद्रित हैं, जबकि पाकिस्तान की पूरी उम्मीदें अरशद नादेम पर टिकी हैं।
भारत और पाकिस्तान की टीम
इस टूर्नामेंट में नीरज चोपड़ा 19 सदस्यीय भारतीय दल का नेतृत्व करेंगे। नीरज इस बार डिफेंडिंग चैंपियन के रूप में सीधे वाइल्ड कार्ड के जरिए प्रतियोगिता में शामिल होंगे। नीरज ने क्वालीफाइंग दौर में कई बार 85.50 मीटर से अधिक थ्रो कर अपनी फिटनेस और फॉर्म साबित की है। वहीं, पाकिस्तान की टीम का एकमात्र प्रतिनिधि अरशद नादेम होंगे, जिन्होंने इस साल मई में दक्षिण कोरिया में हुए एशियाई चैंपियनशिप में 86.40 मीटर थ्रो कर गोल्ड मेडल जीता था। हालांकि, जुलाई में इंग्लैंड में उन्हें बछड़े की सर्जरी भी करानी पड़ी, जिससे उनकी वर्तमान फॉर्म पर सवाल उठ रहे हैं। इस बार भारतीय दल में नीरज के अलावा सचिन यादव, यशवीर सिंह और रोहित यादव भी पुरुष भाला फेंक स्पर्धा में हिस्सा लेंगे। क्वालीफिकेशन राउंड 17 सितंबर को और फाइनल मैच 18 सितंबर को खेला जाएगा।
अन्य दावेदार
इस प्रतियोगिता में नीरज और अरशद के अलावा जूलियन वेबर (जर्मनी), जिन्होंने इस सीजन में तीन बार 90 मीटर से अधिक थ्रो किया है, भी टाइटल के लिए मजबूत दावेदार हैं। नीरज ने इस साल दोहा डायमंड लीग में अपने करियर का पहला 90 मीटर थ्रो (90.23 मीटर) किया। इसके अलावा एंडरसन पीटर्स (ग्रेनाडा), जूलियस येगो (केन्या), केशॉर्न वाल्कॉट (त्रिनिदाद और टोबागो), लुइज मौरिसियो (ब्राजील) और जैकब वाडलेज (चेक रिपब्लिक) भी चुनौती पेश करेंगे। नीरज का पिछला मुकाबला 28 अगस्त को जूरिक डायमंड लीग में हुआ, जहां उन्होंने 85.01 मीटर थ्रो कर दूसरा स्थान प्राप्त किया।
नीरज की शानदार सीजन परफॉर्मेंस
इस सीजन में नीरज ने अपनी बेहतरीन फॉर्म दिखाई है। उन्होंने पेरिस डायमंड लीग, ऑस्ट्रावा गोल्डन स्पाइक और बेंगलुरु एनसी क्लासिक जैसी प्रतिष्ठित प्रतियोगिताओं में जीत हासिल की है। टोक्यो चैंपियनशिप में उनका लक्ष्य न केवल व्यक्तिगत सफलता है, बल्कि पेरिस ओलंपिक की हार का बदला लेने और विश्व में भारतीय भाला फेंक की प्रतिष्ठा को कायम रखने का भी है। इस बार भारतीय दर्शक और खेल प्रेमी इस मुकाबले को लेकर उत्साहित हैं और नीरज और अरशद की प्रतिस्पर्धा को लेकर खूब चर्चा हो रही है।