भारत ने किया पलटवार का ऐलान अमेरिका को 29 उत्पादों पर टैरिफ की चेतावनी

अप्रैल महीने में भारत से अमेरिका को निर्यात में 27.3 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। यह आंकड़ा बढ़कर 8.42 अरब डॉलर तक पहुंच गया है। वहीं अमेरिका से आयात भी 63.76 प्रतिशत बढ़कर 5.24 अरब डॉलर हो गया है। यह बढ़ोतरी ट्रंप प्रशासन की संभावित टैरिफ से बचने के लिए की गई।
व्यापार समझौते से बढ़ेगा भरोसा
एक अधिकारी ने बताया कि भारत और अमेरिका दोनों ही देशों के बीच व्यापारिक संबंधों को और मज़बूत किया जा रहा है। निर्यात और आयात दोनों में तेजी आई है। दोनों देशों के बीच प्रस्तावित व्यापार समझौता इस रिश्ते को और पक्का करेगा। सरकार इस दिशा में तेजी से काम कर रही है।
चीन के साथ भी व्यापार में तेजी
चीन के साथ भारत का व्यापार भी बढ़ा है। इस साल अप्रैल में चीन को निर्यात बढ़कर 1.41 अरब डॉलर पहुंच गया जो पिछले साल 1.25 अरब डॉलर था। वहीं चीन से आयात में भी बढ़ोतरी हुई है और यह 9.91 अरब डॉलर पहुंच गया जो पिछले साल 7.6 अरब डॉलर था।
रूस से कच्चे तेल का बढ़ता आयात
भारत ने इस साल अप्रैल में रूस से 6.23 अरब डॉलर का आयात किया है जो 17.7 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाता है। रूस से भारत ज्यादातर कच्चा तेल आयात करता है। आंकड़ों के अनुसार भारत के शीर्ष निर्यात गंतव्य अमेरिका यूएई ऑस्ट्रेलिया तंजानिया और केन्या रहे।
अमेरिका पर जवाबी शुल्क का प्रस्ताव
भारत अब अमेरिका से आने वाले कुछ उत्पादों पर जवाबी टैरिफ लगाने की तैयारी कर रहा है। अमेरिका द्वारा भारतीय स्टील और एल्यूमिनियम पर शुल्क लगाए जाने के बाद भारत ने वर्ल्ड ट्रेड ऑर्गेनाइजेशन को 29 अमेरिकी उत्पादों पर शुल्क लगाने का प्रस्ताव भेजा है जिसमें सेब बादाम और बोरिक एसिड शामिल हैं।