सोने-चांदी की कीमतों में गिरावट! फ्यूचर मार्केट में निवेशकों की चिंता बढ़ी- देखें आज के रेट

मंगलवार सुबह मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर सोने और चांदी के दामों में गिरावट दर्ज की गई। सुबह 10:36 बजे दिसंबर डिलीवरी के लिए सोना 0.72 प्रतिशत गिरकर ₹1,20,540 प्रति 10 ग्राम पर आ गया। वहीं चांदी की कीमत भी 0.72 प्रतिशत घटकर ₹1,46,700 प्रति किलोग्राम हो गई। निवेशकों में वैश्विक आर्थिक संकेतों को लेकर सतर्कता देखी जा रही है जिसके चलते कीमती धातुओं की चमक कुछ फीकी पड़ गई है।
देश के महानगरों में आज का सोने का भाव
गुडरिटर्न्स के अनुसार दिल्ली में आज 24 कैरेट सोना ₹12,251 प्रति ग्राम, 22 कैरेट सोना ₹11,240 प्रति ग्राम और 18 कैरेट सोना ₹9,199 प्रति ग्राम है। मुंबई और कोलकाता में भी आज 24 कैरेट सोने की कीमत ₹12,246 प्रति ग्राम और 22 कैरेट सोने की कीमत ₹11,225 प्रति ग्राम है। वहीं चेन्नई में आज 24 कैरेट सोना ₹12,273 प्रति ग्राम और 22 कैरेट सोना ₹11,250 प्रति ग्राम मिल रहा है। बेंगलुरु में भी आज के दाम लगभग मुंबई जैसे ही हैं।

चांदी की चमक भी हुई मंद
जहां सोने में गिरावट देखी गई, वहीं चांदी भी अपने निवेशकों को निराश कर रही है। एमसीएक्स पर चांदी की दिसंबर डिलीवरी 0.72 प्रतिशत गिरकर ₹1,46,700 प्रति किलोग्राम हो गई। यह लगातार दूसरा दिन है जब चांदी के दाम में गिरावट दर्ज की गई है। विशेषज्ञों का कहना है कि डॉलर की मजबूती और फेडरल रिजर्व की मौद्रिक नीतियों पर रोक के संकेतों ने कीमती धातुओं की मांग को प्रभावित किया है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में फेड के संकेतों से टूटी उम्मीदें
ट्रेडिंगइकोनॉमिक्स की रिपोर्ट के अनुसार सोमवार को अमेरिकी फेडरल रिजर्व अधिकारियों ने आगे की मौद्रिक ढील पर विराम लगाने के संकेत दिए। इसके चलते मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना $4,000 प्रति औंस के नीचे फिसल गया। फेड चेयरमैन जेरोम पॉवेल ने पिछले सप्ताह ब्याज दरों में कटौती के बाद संकेत दिया था कि यह वर्ष की आखिरी कटौती हो सकती है। दिसंबर में फिर से दर घटाने की संभावना 90 प्रतिशत से घटकर अब 65 प्रतिशत रह गई है, जिससे निवेशकों का उत्साह कम हो गया है।
निवेशकों के लिए क्या है संकेत?
वित्तीय विशेषज्ञों का मानना है कि अगर फेड आगे दरों को स्थिर रखता है तो सोने-चांदी की कीमतों पर और दबाव बन सकता है। हालांकि भारत में त्योहारों का मौसम करीब है और घरेलू मांग बढ़ने की उम्मीद से कीमतों में कुछ सुधार संभव है। फिलहाल निवेशकों को सलाह दी जा रही है कि वे जल्दबाज़ी में खरीदारी न करें और वैश्विक संकेतों पर नज़र बनाए रखें।
