Danish Kaneria: शाहिद अफरीदी और शिखर धवन के बीच बढ़ी बयानबाजी! Danish Kaneria ने दिया करारा जवाब

Danish Kaneria: पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद एक बार फिर भारत और पाकिस्तान के बीच तकरार तेज हो गई है। इस बार यह तकरार केवल राजनेताओं तक सीमित नहीं रही बल्कि पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर शाहिद अफरीदी और भारतीय क्रिकेटर शिखर धवन के बीच शब्दों की जंग ने एक नया मोड़ लिया है।
शाहिद अफरीदी का बयान
शाहिद अफरीदी ने भारत और भारतीय सेना के खिलाफ आपत्तिजनक बयान दिए थे। उन्होंने भारतीय सेना को बेकार और निरर्थक बताया था। शिखर धवन ने जब अफरीदी को इसका करारा जवाब दिया तो अफरीदी की प्रतिक्रिया ने सभी सीमाएं पार कर दी।
Kargil mein bhi haraya tha, already itna gire hue ho aur kitna giroge, bewajah comments pass karne se acha hai apne desh ki taraqqi mai dimag lagao @SAfridiOfficial. Humein hamari Indian Army par bohot garv hai. Bharat Mata Ki Jai! Jai Hind!https://t.co/5PVA34CNSe
— Shikhar Dhawan (@SDhawan25) April 28, 2025
दानिश कनेरिया ने अफरीदी को लिया आड़े हाथों
इस विवाद में पाकिस्तान के हिंदू क्रिकेटर दानिश कनेरिया ने भारत का पक्ष लिया और शाहिद अफरीदी को जमकर फटकार लगाई। कनेरिया ने अफरीदी के इस अपमानजनक रवैये को बुरी तरह से आलोचना की और सोशल मीडिया पर अफरीदी को उनकी स्थिति के लिए लताड़ा। कनेरिया ने अफरीदी को ‘हिपोक्रेट’ भी करार दिया।
Funny how someone who refuses to sit or eat with Hindus is suddenly inviting one for tea—didn’t realize hypocrisy came with a tea service. https://t.co/64jmu9InxI
— Danish Kaneria (@DanishKaneria61) April 29, 2025
कनेरिया का अफरीदी पर हमला
कनेरिया ने अफरीदी के एक बयान का मजाक उड़ाते हुए लिखा कि जो आदमी हिंदू के साथ खाना भी नहीं खा सकता, वही अचानक शिखर धवन को चाय पर बुला रहा है। कनेरिया ने अफरीदी के इस दोगलेपन को लेकर कड़ी आलोचना की और पाकिस्तान के भीतर के हालात को लेकर भी सवाल उठाए।
कनेरिया का पाकिस्तान पर सवाल उठाना
दानिश कनेरिया ने पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान की मंशा पर भी सवाल उठाए। उन्होंने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ से पूछा कि अगर पाकिस्तान का इससे कोई संबंध नहीं है तो फिर क्यों पाकिस्तानी सेना को हाई अलर्ट पर रखा गया था? कनेरिया ने पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री द्वारा आतंकवादियों को स्वतंत्रता सेनानी कहे जाने की भी आलोचना की।