चक्रवात दितवा ने श्रीलंका में मचाई तबाही, अब भारत के तटीय इलाकों में अलर्ट जारी

चक्रवात दित्वा ने शनिवार दोपहर श्रीलंका से उन्न होकर भारी तबाही मचाई है। इस चक्रवात की वजह से कम से कम 153 लोग मारे गए और 191 लोग लापता हैं। अब यह चक्रवात तेजी से भारत की ओर बढ़ रहा है और तमिलनाडु, पुडुचेरी और आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों को अपनी चपेट में लेने वाला है। अधिकात्परियों ने इन इलाकों के लिए गंभीर अलर्ट जारी किया है।
चक्रवात दित्वा की वर्तमान स्थिति और दिशा
मौसम विज्ञान विभाग के ताजा अपडेट के अनुसार चक्रवात दित्वा पिछले 12 घंटों से धीमी गति से 5 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से उत्तर की ओर बढ़ रहा है। यह वर्तमान में बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पश्चिमी हिस्से में केंद्रित है। सुबह 2 बजे की स्थिति के मुताबिक यह वेदारण्यम के पूर्व-उत्तरपूर्व में 90 किमी, करैकल के पूर्व-दक्षिणपूर्व में 90 किमी और पुडुचेरी के दक्षिण-दक्षिणपूर्व में 160 किमी दूरी पर है।

तटीय राज्यों में जारी अलर्ट और बारिश का प्रभाव
तमिलनाडु, पुडुचेरी और आंध्र प्रदेश के कई जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है। इसके अलावा तमिलनाडु और पुडुचेरी के कुछ जिलों में, जिनमें चेन्नई भी शामिल है, अगले तीन घंटों के लिए येलो अलर्ट जारी है। नागपट्टिनम जिले के वेदारण्यम के पास कोडियाकarai बीच पर तेज बारिश और तेज़ हवाओं का अनुभव किया गया। इन इलाकों में भारी बारिश और तेज हवाओं से जनजीवन प्रभावित हो रहा है।
समुद्र में लहरों का उफान और तटीय इलाकों में सुरक्षा इंतजाम
चक्रवात दित्वा के कारण बंगाल की खाड़ी में समुद्री लहरें असामान्य रूप से बढ़ गई हैं। पुडुचेरी में समुद्र की स्थिति गंभीर हो गई है। तटीय क्षेत्रों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर निकालने का कार्य तेजी से चल रहा है। पुलिस और प्रशासन ने समुद्र किनारे रहने वालों को सतर्क रहने और खतरे वाले इलाकों से दूर रहने की चेतावनी जारी की है।
खतरे के बीच सावधानी और भविष्य की तैयारी
हालांकि मौसम विभाग ने बताया है कि चक्रवात दित्वा तट से टकराने की संभावना कम है, लेकिन इसकी नजदीक से गुजरने की वजह से भारी बारिश, तेज़ हवा और समुद्री लहरों का खतरा बरकरार है। स्थानीय प्रशासन ने आपात स्थिति के लिए तैयारियां पूरी कर रखी हैं। लोगों से अपील की गई है कि वे आधिकारिक निर्देशों का पालन करें और सुरक्षित रहें। आने वाले दिनों में मौसम विभाग के अपडेट पर ध्यान देना बेहद जरूरी है।