Paytm शेयरों की गिरावट के पीछे कौन है जिम्मेदार सरकार की सफाई ने उड़ाए सारे भ्रम

गुरुवार सुबह के ट्रेडिंग सेशन में Paytm के शेयरों में जोरदार गिरावट देखने को मिली। शेयरों की कीमत 10 प्रतिशत गिरकर 864.40 रुपये पर आ गई। निवेशकों ने बड़ी संख्या में शेयर बेचने शुरू कर दिए जिससे प्राइस और भी नीचे गिर गया।
एमडीआर को लेकर अटकलों ने मचाया बाजार में हड़कंप
बीते कुछ समय से यह चर्चा थी कि सरकार यूपीआई ट्रांजेक्शन पर मर्चेंट डिस्काउंट रेट यानी एमडीआर लागू कर सकती है। इसी खबर ने बाजार को हिला दिया और निवेशकों ने घबराकर शेयर बेच दिए। हालांकि सरकार ने इन अटकलों को पूरी तरह झूठा और भ्रामक बताया है।
Speculation and claims that the MDR will be charged on UPI transactions are completely false, baseless, and misleading.
Such baseless and sensation-creating speculations cause needless uncertainty, fear and suspicion among our citizens.
The Government remains fully committed…
— Ministry of Finance (@FinMinIndia) June 11, 2025
सरकार ने एमडीआर पर दी स्पष्ट सफाई
वित्त मंत्रालय ने बुधवार को स्पष्ट किया कि यूपीआई ट्रांजेक्शन पर किसी प्रकार का कोई एमडीआर नहीं लगाया जाएगा। मंत्रालय ने ट्वीट कर कहा कि सरकार डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है और उपभोक्ताओं को किसी प्रकार का शुल्क नहीं देना होगा।
अगर लागू होता एमडीआर तो क्या होता असर
अगर एमडीआर लागू हो जाता तो तीन हजार से अधिक के यूपीआई ट्रांजेक्शन पर अतिरिक्त चार्ज देना पड़ता। इससे डिजिटल पेमेंट करने वाले उपभोक्ताओं पर सीधा असर पड़ता। लेकिन सरकार ने दोहराया कि साल 2020 से यूपीआई ट्रांजेक्शन पर जीरो एमडीआर लागू है और ऐसा ही आगे भी रहेगा।
यूपीआई की लिमिट और विशेष छूट वाले मामले
आप यूपीआई के जरिए एक दिन में अधिकतम एक लाख रुपये तक का ट्रांजेक्शन कर सकते हैं। हालांकि कुछ विशेष मामलों में जैसे शेयर मार्केट या बीमा के भुगतान में यह लिमिट दो लाख रुपये होती है। शिक्षा शुल्क और अस्पताल जैसे मामलों में यह लिमिट पांच लाख तक जाती है।