शुभांशु शुक्ला की ऐतिहासिक वापसी, लखनऊ पहुंचने से पहले दिल्ली में मोदी मुलाकात, नेशनल स्पेस डे पर बड़ा खुलासा

भारत के अंतरिक्ष यात्री ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला रविवार को अपने ऐतिहासिक अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) मिशन के बाद भारत लौटने वाले हैं। वे इस ऐतिहासिक यात्रा के अनुभव अपने दोस्तों और सहकर्मियों के साथ साझा करने के लिए बेहद उत्साहित हैं। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) भी 2027 में अपनी पहली मानव अंतरिक्ष उड़ान की तैयारी में जुटा हुआ है। शुक्ला पिछले एक वर्ष से अमेरिका में थे, जहां वे एक्सियम-4 मिशन के लिए ट्रेनिंग कर रहे थे। उनके भारत लौटने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की संभावना है, जिसके बाद वे अपने गृह नगर लखनऊ जाएंगे। इसके बाद वे 22-23 अगस्त को राजधानी में आयोजित होने वाले राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस समारोह में भाग लेंगे।
इंस्टाग्राम पर साझा की तस्वीर
भारत लौटने से पहले शुभांशु शुक्ला ने सोशल मीडिया पर एक तस्वीर साझा की, जिसमें वे हवाई जहाज में बैठे मुस्कुराते नजर आ रहे हैं। इस पोस्ट में उन्होंने लिखा कि अमेरिका छोड़ने के दौरान उनके दिल में कई तरह की भावनाएँ उमड़ रही हैं। उन्होंने कहा कि पिछले एक साल में जिन अद्भुत लोगों ने उनका साथ दिया और परिवार जैसा अपनापन दिया, उन्हें छोड़ने का दुख है। लेकिन साथ ही वे भारत लौटकर अपने दोस्तों, परिवार और देशवासियों से मिलने को लेकर बेहद उत्साहित भी हैं। शुक्ला ने लिखा – “शायद जिंदगी का यही सच है कि हमें हमेशा आगे बढ़ते रहना चाहिए।”

भावनाओं और अनुभवों को साझा करने की तैयारी
शुक्ला ने आगे कहा कि मिशन के दौरान और उसके बाद उन्हें सभी से जो अपार प्यार और समर्थन मिला है, उसे शब्दों में बयान करना मुश्किल है। वे जल्द ही भारत लौटकर सबके साथ अपना अनुभव साझा करने का इंतजार कर रहे हैं। अपने संदेश में उन्होंने कहा कि विदाई हमेशा कठिन होती है, लेकिन जीवन में आगे बढ़ना भी ज़रूरी है। उन्होंने अपने कमांडर पेगी व्हिटसन का हवाला देते हुए कहा – “स्पेस फ्लाइट में एकमात्र स्थायी चीज बदलाव है।” शुक्ला ने यह भी बताया कि मिशन पर जाने से पहले उनकी प्लेलिस्ट में फिल्म ‘स्वदेश’ का मशहूर गीत चल रहा था – “यूं ही चला चल राही, जीवन गाड़ी है समय पहिया।” यह गीत उनके लिए जीवन का प्रेरणास्रोत रहा।
पीएम मोदी ने लाल किले से लिया नाम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 79वें स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले से देश को संबोधित करते हुए शुभांशु शुक्ला का नाम विशेष रूप से लिया। उन्होंने कहा कि भारत अपने खुद के स्पेस स्टेशन पर भी काम कर रहा है और इसी क्रम में ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला हाल ही में अंतरिक्ष मिशन से लौटे हैं। शुक्ला 25 जून 2025 को एक्सियम-4 मिशन के तहत अंतरिक्ष गए थे और 18 दिन ISS पर रहे। 15 जुलाई को वे पृथ्वी पर लौटे। इस दौरान उन्होंने कई वैज्ञानिक प्रयोग किए। उनके साथ अमेरिका की पेगी व्हिटसन, पोलैंड के स्लावोज उज़नांस्की-विशनविस्की और हंगरी के टिबोर कापु भी इस मिशन का हिस्सा थे। यह उपलब्धि न सिर्फ शुभांशु शुक्ला के लिए बल्कि पूरे भारत के लिए गौरव का क्षण है।
