शहनाज गिल का खुलासा, फेम और पैसे के बाद भी नहीं मिली शांति, लिया थेरेपी का सहारा

बिग बॉस 13 से लोगों के दिलों में जगह बनाने वाली शहनाज़ गिल एक बार फिर सुर्खियों में हैं. इस बार वजह उनकी नई पंजाबी फिल्म “इक कुड़ी” नहीं बल्कि उनकी ईमानदार बातचीत है. एक इंटरव्यू में शहनाज़ ने खुलासा किया कि वे काफी समय से थेरेपी ले रही हैं. उन्होंने बताया, “मुझे गुस्से की समस्या है. मैं कभी-कभी अपना आपा खो देती हूं.” शहनाज़ ने कहा कि पैसा और शोहरत सब कुछ नहीं होता क्योंकि मन की शांति सबसे जरूरी है.
“मैं अकेली नहीं रह सकती” – शहनाज़ का डर
इंटरव्यू में शहनाज़ ने यह भी बताया कि वे अकेले नहीं रह पातीं. उन्हें डर लगता है कि अगर अकेली रहीं तो मानसिक रूप से टूट जाएंगी. उन्होंने कहा, “कभी-कभी लगता है कि सब कुछ होने के बावजूद सुकून नहीं मिलता. हमेशा किसी न किसी बात की चिंता बनी रहती है.” उनकी ये बातें आज के दौर में उन सभी लोगों से जुड़ती हैं जो बाहर से मजबूत दिखते हैं लेकिन भीतर किसी न किसी जंग से गुजर रहे हैं.
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फैंस ने जताया प्यार और सम्मान
शहनाज़ की इस सच्चाई भरी बातचीत ने उनके फैंस का दिल जीत लिया. सोशल मीडिया पर लोग उनकी तारीफ करते नहीं थक रहे. किसी ने लिखा, “वो जितनी मशहूर हैं उतनी ही सच्ची भी हैं.” एक यूजर ने कहा, “वो पहले जैसी ही हैं, फेम ने उन्हें नहीं बदला.” कई लोगों ने उनके इंटरव्यू को ‘दिल से निकली बात’ बताया. फैंस को लगा कि शहनाज़ की यह सादगी और ईमानदारी ही उन्हें बाकी सितारों से अलग बनाती है.
बिग बॉस से बॉलीवुड तक का सफर
शहनाज़ गिल का नाम बिग बॉस 13 के बाद पूरे देश में गूंजा. सिद्धार्थ शुक्ला के साथ उनकी प्यारी केमिस्ट्री ने उन्हें रातों-रात स्टार बना दिया. शो के बाद उन्होंने पंजाबी फिल्मों और बॉलीवुड में कदम रखा. सलमान खान की फिल्म “किसी का भाई किसी की जान” में उन्होंने अपनी अलग पहचान बनाई. इसके अलावा वे “हौंसला रख”, “थैंक यू फॉर कमिंग” जैसी फिल्मों में नजर आईं. अब वे अपनी नई फिल्म “इक कुड़ी” के साथ न सिर्फ अभिनेत्री बल्कि निर्माता के रूप में भी सामने आ रही हैं.
शोहरत से परे, एक इंसान की सच्ची कहानी
शहनाज़ गिल का कहना है कि सफलता के बावजूद जीवन में संघर्ष खत्म नहीं होता. उन्होंने कहा, “हर इंसान को खुद को समझने और संभालने की जरूरत है. मैंने थेरेपी को कमजोरी नहीं बल्कि हिम्मत माना है.” उनकी ये बात उन लोगों के लिए प्रेरणा है जो मानसिक स्वास्थ्य को लेकर चुप रहते हैं. शहनाज़ ने साबित कर दिया कि असली खूबसूरती सिर्फ चेहरे पर नहीं बल्कि सच्चाई और आत्मस्वीकृति में है.
