PhysicsWallah IPO: Alakh Pandey की कंपनी अब शेयर मार्केट में, जानिए कितने करोड़ का होगा बड़ा ऑफर

देश की पहली एडटेक कंपनी PhysicsWallah जल्द ही शेयर बाजार में कदम रखने जा रही है। इस कंपनी का नेतृत्व अलख पांडे कर रहे हैं। कंपनी ने अपने IPO लॉन्च के लिए बाजार नियामक SEBI को ड्राफ्ट पेपर्स जमा कर दिए हैं। सैटरडे को जमा किए गए अपडेटेड ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (UDRHP) के अनुसार, प्रस्तावित IPO के तहत 3,100 करोड़ रुपये के नए इक्विटी शेयर और 720 करोड़ रुपये तक के शेयर OFS विंडो के जरिए बेचे जाएंगे। यह कदम कंपनी के लिए नए पूंजी जुटाने का अवसर है और इससे इसके विस्तार और विकास के कई रास्ते खुलेंगे।
प्रमोटर्स भी बेचेंगे शेयर
IPO के तहत कंपनी के दोनों प्रमोटर्स अलख पांडे और प्रतीक बूब मिलकर 360 करोड़ रुपये के शेयर OFS के माध्यम से बेचेंगे। वर्तमान में दोनों की कंपनी में हिस्सेदारी 40.35-40.35 प्रतिशत है। कुल मिलाकर, PhysicsWallah जल्द ही स्टॉक मार्केट में डेब्यू करने जा रही है। नोएडा स्थित इस कंपनी ने मार्च में SEBI को कॉनफिडेंशियल प्री-फाइलिंग रूट के माध्यम से ड्राफ्ट पेपर्स फाइल किए थे और जुलाई में मार्केट रेगुलेटर से अनुमोदन प्राप्त किया। इसके बाद, IPO दाखिल करने से पहले अपडेटेड DRHP फाइल करना आवश्यक है। यह तरीका अब भारतीय कंपनियों में काफी लोकप्रिय हो रहा है क्योंकि इसके तहत IPO की सार्वजनिक जानकारी की आवश्यकता नहीं होती।
IPO से जुटाए गए पैसों का उपयोग
PhysicsWallah ने बताया कि नए शेयर इश्यू से जुटाए गए पैसों में से 460.5 करोड़ रुपये नए ऑफलाइन और हाइब्रिड सेंटर बनाने में खर्च होंगे। वहीं, 548.3 करोड़ रुपये मौजूदा सेंटर के लीज़ पेमेंट के लिए इस्तेमाल किए जाएंगे। इसके अलावा, अपनी सहायक कंपनी Xylem Learning में 47.2 करोड़ रुपये निवेश किए जाएंगे, जिसमें नए सेंटर के लिए 31.6 करोड़ और लीज़ पेमेंट एवं हॉस्टल के लिए 15.5 करोड़ रुपये शामिल हैं। इसके अलावा, Utkarsh Classes & Edutech के सेंटर के लीज़ पेमेंट के लिए 33.7 करोड़ रुपये, सर्वर और क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए 200.1 करोड़ रुपये, मार्केटिंग में 710 करोड़ रुपये और Utkarsh Classes में अतिरिक्त हिस्सेदारी खरीदने के लिए 26.5 करोड़ रुपये खर्च किए जाने की योजना है।
IPO का महत्व और भविष्य
PhysicsWallah का IPO न केवल कंपनी के लिए पूंजी जुटाने का जरिया है, बल्कि यह भारत के एडटेक सेक्टर में निवेशकों का भरोसा भी दर्शाता है। देश में ऑनलाइन और हाइब्रिड शिक्षा का चलन तेजी से बढ़ रहा है, और इस IPO के जरिए कंपनी अपने विस्तार और टेक्नोलॉजी इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत कर सकेगी। विशेषज्ञों का मानना है कि यह IPO निवेशकों के लिए आकर्षक अवसर हो सकता है, खासकर उन लोगों के लिए जो शिक्षा क्षेत्र में भविष्य की संभावनाओं में निवेश करना चाहते हैं। इससे न केवल कंपनी को लाभ होगा, बल्कि भारतीय शिक्षा तकनीक के क्षेत्र में भी एक नई लहर देखने को मिलेगी।