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एलपीजी की कीमतों में वृद्धि: महंगाई की एक और मार

मार्च की शुरुआत के साथ ही महंगाई का एक और झटका लगा है। पेट्रोलियम कंपनियों ने 19 किलोग्राम के वाणिज्यिक गैस सिलेंडर की कीमतों में वृद्धि की है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, इंडियन ऑयल (IOC) ने सिलेंडर की कीमत में 6 रुपये की बढ़ोतरी की है। यह नई दरें आज से प्रभावी हो गई हैं। हालांकि, 14 किलोग्राम वाले घरेलू गैस सिलेंडर की कीमत में कोई बदलाव नहीं किया गया है।

कमर्शियल एलपीजी की कीमतों में वृद्धि

19 किलोग्राम के व्यावसायिक गैस सिलेंडर की कीमतों में वृद्धि का सीधा असर होटल, रेस्टोरेंट और अन्य व्यावसायिक संस्थानों पर पड़ता है। इससे खाद्य पदार्थों की कीमतों में वृद्धि होती है, जिसका बोझ आम जनता को उठाना पड़ता है।

देश के विभिन्न महानगरों में कमर्शियल सिलेंडर की नई कीमतें इस प्रकार हैं:

  • दिल्ली: 1795.50 रुपये
  • कोलकाता: 1909 रुपये
  • मुंबई: 1749 रुपये
  • चेन्नई: 1968 रुपये

घरेलू एलपीजी की कीमतों में कोई बदलाव नहीं

पेट्रोलियम कंपनियों ने 14 किलोग्राम वाले घरेलू गैस सिलेंडर की कीमतों में कोई वृद्धि नहीं की है। वर्तमान में विभिन्न शहरों में घरेलू सिलेंडर की कीमतें इस प्रकार हैं:

  • दिल्ली: 803 रुपये
  • कोलकाता: 829 रुपये
  • मुंबई: 802.50 रुपये
  • चेन्नई: 818.50 रुपये

एलपीजी की कीमतों में वृद्धि: महंगाई की एक और मार

महंगाई पर क्या होगा असर?

एलपीजी की कीमतों में बढ़ोतरी का सीधा असर छोटे व्यवसायों, होटल, रेस्टोरेंट और ढाबों पर पड़ेगा। चूंकि इन संस्थानों में बड़ी मात्रा में एलपीजी गैस का उपयोग किया जाता है, इसलिए खाद्य पदार्थों की कीमतें बढ़ने की संभावना है।

महंगाई के पीछे की वजहें

एलपीजी की कीमतों में उतार-चढ़ाव कई कारकों पर निर्भर करता है, जिनमें शामिल हैं:

  1. अंतरराष्ट्रीय कच्चे तेल की कीमतें:
    • कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी से एलपीजी गैस महंगी हो जाती है।
  2. डॉलर के मुकाबले रुपये की कमजोरी:
    • भारत एलपीजी का बड़ा हिस्सा आयात करता है। यदि रुपया डॉलर के मुकाबले कमजोर होता है, तो आयात महंगा पड़ता है।
  3. सरकारी सब्सिडी में कटौती:
    • सरकार कभी-कभी सब्सिडी में कटौती करती है, जिससे उपभोक्ताओं को अधिक कीमत चुकानी पड़ती है।

सरकार की रणनीति

पिछले कुछ वर्षों में, सरकार ने उज्ज्वला योजना के तहत गरीब परिवारों को सस्ती दरों पर एलपीजी उपलब्ध कराने का प्रयास किया है। हालांकि, बढ़ती कीमतों के कारण इन परिवारों के लिए नियमित रूप से सिलेंडर भरवाना मुश्किल हो सकता है।

उपभोक्ताओं को क्या करना चाहिए?

  1. सब्सिडी की जानकारी लें: यदि आप पात्र हैं, तो सरकार द्वारा दी जाने वाली सब्सिडी का लाभ उठाएं।
  2. एलपीजी बचत उपाय अपनाएं: कम गैस खपत वाले चूल्हों और कुकर का उपयोग करें।
  3. अन्य ऊर्जा स्रोतों पर विचार करें: यदि संभव हो तो इलेक्ट्रिक इंडक्शन या सौर ऊर्जा आधारित कुकिंग सिस्टम का उपयोग करें।

एलपीजी की कीमतों में बढ़ोतरी आम जनता के लिए एक नई चुनौती लेकर आई है। विशेष रूप से वाणिज्यिक गैस सिलेंडर की कीमतों में वृद्धि से होटल और रेस्टोरेंट संचालकों की लागत बढ़ेगी, जिससे खाने-पीने की चीजें महंगी हो सकती हैं। सरकार को चाहिए कि वह इस समस्या का समाधान निकालने के लिए वैकल्पिक योजनाएं लागू करे। वहीं, उपभोक्ताओं को भी गैस बचत के उपाय अपनाने चाहिए ताकि महंगाई का प्रभाव कम किया जा सके।

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