नॉर्थ ब्लॉक छोड़कर गृह मंत्रालय की नई यात्रा शुरू, सेंट्रल विस्टा में शिफ्टिंग का बड़ा कदम

भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने इंग्लैंड दौरे की शुरुआत और अंत बेहद शानदार अंदाज में किया। पहले टीम ने पांच मैचों की टी20 सीरीज में इंग्लैंड को 3-2 से हराया और अब तीन मैचों की वनडे सीरीज में 2-1 से जीत दर्ज कर इतिहास रच दिया। 22 जुलाई को चेस्टर ली स्ट्रीट के मैदान पर खेले गए तीसरे और निर्णायक वनडे में टीम इंडिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवर में 5 विकेट पर 318 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया। इस दौरान कप्तान हरमनप्रीत कौर ने बेहतरीन शतक लगाकर टीम की पारी को मजबूत किया। इंग्लैंड की टीम लक्ष्य का पीछा करते हुए 305 रन पर ऑलआउट हो गई और इस तरह भारतीय टीम ने पहली बार इंग्लैंड में उसकी धरती पर वनडे सीरीज जीतने का कारनामा किया।
क्रांति गौर की घातक गेंदबाजी, 6 विकेट लेकर मचाई धूम
इस ऐतिहासिक जीत में भारतीय तेज गेंदबाज क्रांति गौर ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। तीसरे वनडे में क्रांति ने अपनी धारदार गेंदबाजी से इंग्लैंड की पारी को झकझोर दिया। उन्होंने 9.5 ओवर में 52 रन देकर 6 विकेट हासिल किए। खास बात यह रही कि क्रांति ने इंग्लैंड की दोनों ओपनर बल्लेबाजों को जल्दी आउट कर दबाव बना दिया। क्रांति भारतीय महिला वनडे क्रिकेट में एक मैच में 6 विकेट लेने वाली चौथी गेंदबाज बन गईं। इसके अलावा श्री चरणी ने 2 विकेट और दीप्ति शर्मा ने 1 विकेट लिया। इंग्लैंड की ओर से कप्तान नेट स्किवर ब्रंट ने 98 रन और एम्मा लैम्ब ने 68 रन की पारी खेली, लेकिन वे अपनी टीम को जीत तक नहीं पहुंचा सकीं।
विदेशी धरती पर पांचवीं बार टी20 और वनडे सीरीज में डबल जीत
भारतीय महिला टीम ने पिछले कुछ वर्षों में विदेशी दौरों पर शानदार प्रदर्शन किया है और इंग्लैंड दौरा भी इसमें जुड़ गया है। भारतीय महिला टीम ने अब तक पांचवीं बार विदेशी दौरे पर टी20 और वनडे दोनों सीरीज जीतने का कारनामा किया है। खास बात यह रही कि इंग्लैंड में पहली बार भारतीय महिला टीम ने यह डबल जीत दर्ज की। इस वनडे सीरीज में क्रांति गौर ने सर्वाधिक 9 विकेट लेकर गेंदबाजी में योगदान दिया, वहीं बल्लेबाजी में कप्तान हरमनप्रीत कौर ने 42 की औसत से 126 रन बनाए और टीम को मजबूती दी।
टीम इंडिया के आत्मविश्वास में जबरदस्त इजाफा
इस ऐतिहासिक जीत के बाद भारतीय महिला क्रिकेट टीम का आत्मविश्वास और मजबूती से बढ़ा है। इंग्लैंड जैसे मजबूत टीम को उसकी धरती पर हराना आसान नहीं होता, लेकिन हरमनप्रीत कौर की कप्तानी में टीम ने अनुशासित खेल दिखाते हुए यह लक्ष्य हासिल किया। इस सीरीज ने साबित कर दिया कि भारतीय महिला क्रिकेट टीम अब किसी भी परिस्थिति में विदेशी टीमों को चुनौती दे सकती है। आने वाले दिनों में यह जीत टीम को भविष्य की बड़ी चुनौतियों जैसे एशिया कप और वर्ल्ड कप में आत्मविश्वास से खेलने में मदद करेगी। प्रशंसकों को भी उम्मीद है कि टीम इंडिया की यह लय जारी रहेगी और वह महिला क्रिकेट को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगी।