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दिल्ली से पटना रवाना होने से पहले बुज़ुर्ग ने अचानक रोका राहुल गांधी का काफ़िला, रहस्य गहराया

कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी आज बिहार दौरे पर हैं। उन्होंने पटना से अपनी नई पहल ‘वोटर राइट्स यात्रा’ की शुरुआत की है। यह यात्रा कुल 16 दिनों तक चलेगी और इस दौरान राहुल गांधी बिहार के 20 जिलों का दौरा करेंगे। तय कार्यक्रम के अनुसार यह यात्रा 1300 किलोमीटर से अधिक दूरी तय करेगी। कांग्रेस पार्टी का मानना है कि इस अभियान से लोगों में मतदान अधिकारों को लेकर जागरूकता बढ़ेगी और युवाओं से लेकर किसानों तक को अपने अधिकारों के महत्व का एहसास होगा। राहुल गांधी खुद भी इस यात्रा को एक राजनीतिक अभियान से अधिक सामाजिक संवाद का रूप देने की कोशिश कर रहे हैं।

सड़क पर बुजुर्ग से हुई मुलाकात का वीडियो वायरल

बिहार रवाना होने से पहले राहुल गांधी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसने लोगों का ध्यान खींच लिया। दरअसल, आज सुबह जब राहुल अपने दिल्ली स्थित आवास से निकले तो रास्ते में एक बुजुर्ग व्यक्ति ने उनका काफिला रोक लिया। राहुल ने तुरंत काफिला रुकवाया और उस बुजुर्ग को अपने पास बुलाकर उनकी पूरी बात सुनी। हालांकि, राहुल कार से बाहर नहीं आए, लेकिन उन्होंने खिड़की से ही उनसे संवाद किया। थोड़ी देर बातचीत के बाद राहुल ने उन्हें आश्वासन दिया और फिर एयरपोर्ट के लिए रवाना हो गए। इस घटना ने लोगों में उत्सुकता जगा दी कि आखिर यह बुजुर्ग कौन हैं, जिन्होंने राहुल गांधी से इस तरह सड़क पर मुलाकात की।

कौन हैं बुजुर्ग करुणा प्रसाद मिश्रा?

वायरल वीडियो में दिख रहे बुजुर्ग का नाम करुणा प्रसाद मिश्रा है। वह मध्य प्रदेश के सीधी जिले के निवासी और चुरहट विधानसभा क्षेत्र के मतदाता हैं। उन्होंने खुद को समाचार एजेंसी एएनआई से परिचय कराते हुए बताया कि उनका रिश्ता राहुल गांधी से नया नहीं, बल्कि बहुत पुराना है। मिश्रा ने कहा, “महात्मा गांधी के बाद राहुल गांधी पहले ऐसे भारतीय युवा हैं जिन्होंने पूरे देश का भ्रमण किया। ऐसे में उन्हें मार्गदर्शन देना मेरा नैतिक कर्तव्य है।” मिश्रा की इस टिप्पणी ने चर्चा को और दिलचस्प बना दिया। लोग अब सोशल मीडिया पर राहुल और मिश्रा की मुलाकात को लेकर अलग-अलग प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।

बिहार यात्रा पर हुई बातचीत

जब करुणा प्रसाद मिश्रा से पूछा गया कि उन्होंने राहुल गांधी से क्या बातचीत की, तो उन्होंने बताया, “हम बिहार यात्रा के बारे में बात कर रहे थे। जाते समय राहुल ने मुझे भरोसा दिलाया कि मुझे बिहार बुलाने की व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने कहा – ‘अपना नंबर नोट कराओ, हम आपके आने की व्यवस्था करेंगे।’ राहुल ने मेरे ठहरने के बारे में भी पूछा, लेकिन मैंने मना कर दिया और कहा कि अब मैं सीधे बिहार ही आऊंगा।” इस मुलाकात ने राहुल की बिहार यात्रा को और ज्यादा चर्चा में ला दिया है। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि राहुल गांधी की यह यात्रा राज्य में संगठन को मजबूती देगी, वहीं राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह अभियान आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनावों के लिए पार्टी की रणनीति का अहम हिस्सा है।

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