Kotak Bank का Q2FY26 Profit कम हुआ, निवेशकों के लिए खुला बड़ा सवाल – भविष्य की रणनीति क्या होगी?

कोटक महिंद्रा बैंक ने अपनी तिमाही वित्तीय रिपोर्ट जारी कर दी है। बैंक ने 30 सितंबर, 2025 को समाप्त तिमाही के लिए अकेले (standalone) मुनाफे में मामूली गिरावट दर्ज की है। बैंक का कर के बाद मुनाफा (Profit After Tax – PAT) पिछले साल की समान तिमाही के ₹3,344 करोड़ की तुलना में इस साल ₹3,253 करोड़ रहा, जो साल-दर-साल (YoY) 2.7% की गिरावट को दर्शाता है। इस तिमाही में बैंक के मुख्य आय स्रोतों (core earnings) ने स्थिर वृद्धि दिखाई, जिसमें नेट इंटरेस्ट इनकम (NII) 4% बढ़कर ₹7,311 करोड़ हुई, जो पिछले साल की समान तिमाही में ₹7,020 करोड़ थी। बैंक का नेट इंटरेस्ट मार्जिन (NIM) 4.54% पर स्थिर रहा।
व्यापार और जमा में वृद्धि
बैंक के व्यापार के मोर्चे पर भी मजबूती देखी गई। कोटक के नेट एडवांस (Net Advances) 16% बढ़कर ₹4,62,688 करोड़ हो गए, जबकि औसत कुल जमा (Average Total Deposits) 14% बढ़कर ₹5,10,538 करोड़ पर पहुँच गए। बैंक का CASA अनुपात (Current Account and Savings Account Ratio) मजबूत बना रहा और 42.3% रहा। यह संकेत देता है कि बैंक के पास लिक्विडिटी और स्थिर जमा का पर्याप्त स्तर है। इस वृद्धि से बैंक को ऋण देने की क्षमता बढ़ाने में मदद मिली और यह लंबी अवधि में मुनाफे में योगदान करेगा।

संपत्ति गुणवत्ता में सुधार
कोटक महिंद्रा बैंक की संपत्ति गुणवत्ता (Asset Quality) में भी सुधार देखा गया। सकल एनपीए (GNPA) अनुपात पिछले साल 1.49% से घटकर 1.39% पर आ गया, जबकि शुद्ध एनपीए (Net NPA) 0.43% से गिरकर 0.32% हो गया। प्रोविजन कवरेज रेशियो (PCR) 77% पर स्थिर रहा। यह संकेत देता है कि बैंक ने जोखिम प्रबंधन (Risk Management) में सुधार किया है और गैर-निष्पादित परिसंपत्तियों (Non-Performing Assets) को नियंत्रित किया है। इस सुधार से बैंक के वित्तीय स्वास्थ्य और निवेशकों का भरोसा दोनों मजबूत हुआ है।
समेकित स्तर पर परिणाम और पूंजी पर्याप्तता
समेकित (Consolidated) स्तर पर बैंक का PAT ₹4,468 करोड़ रहा, जो पिछले साल की समान तिमाही के ₹5,044 करोड़ से घटा। कोटक महिंद्रा बैंक की बैजल III पूंजी पर्याप्तता अनुपात (Capital Adequacy Ratio – CAR) 30 सितंबर, 2025 तक मजबूत स्तर पर 22.8% रही। यह पूंजी पर्याप्तता बैंक की वित्तीय मजबूती, जोखिम सहन क्षमता और दीर्घकालिक वृद्धि की क्षमता को दर्शाती है। कुल मिलाकर, बैंक ने इस तिमाही में मुनाफे में मामूली गिरावट दर्ज की, लेकिन इसके मजबूत कारोबारी प्रदर्शन, जमा वृद्धि और संपत्ति गुणवत्ता में सुधार ने इसे संतुलित वित्तीय स्थिति में बनाए रखा।
