Indigo: की उड़ान व्यवधान जांच रिपोर्ट 15 दिनों में, एयरलाइन की प्रतिष्ठा को खतरा महसूस हो रहा

Thousands of Indigo: देश में हजारों उड़ानों के रद्द होने से पैदा हुए संकट के बीच, सिविल एविएशन मंत्री के. राममोहन नायडू ने सोमवार को कहा कि सरकार इंडिगो एयरलाइन के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने जा रही है। इसका मकसद बाकी एयरलाइनों के लिए उदाहरण कायम करना है जो नियमों का उल्लंघन करती हैं। इंडिगो ने हाल ही में कई उड़ानें रद्द की हैं, जिससे यात्रियों को भारी परेशानी हुई है। एयरलाइन ने माफी भी मांगी है और अपनी सेवाओं को सामान्य करने के लिए अतिरिक्त उड़ानें जोड़ने का ऐलान किया है।
इंडिगो ने दी जवाबी प्रतिक्रिया
डीजीसीए ने बताया कि इंडिगो ने यात्री असुविधा के लिए गहरा खेद जताया है। डीजीसीए इंडिगो की प्रतिक्रिया की जांच कर रहा है और उसके बाद उचित कार्रवाई करेगा। इंडिगो ने सोमवार को 1800 उड़ानें संचालित कीं, जबकि रविवार को ये संख्या 1650 थी। मंत्रालय ने इस स्थिति को गंभीरता से लिया है और इंडिगो के क्रू प्रबंधन और ड्यूटी रोस्टर को अस्वीकार्य बताया है।
डीजीसीए की जांच समिति और उच्च स्तर की सुनवाई
डीजीसीए ने इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स और सीओओ इसिड्रो पोर्केरास को बुधवार को तलब करने की संभावना जताई है। इसके साथ ही इंडिगो के उड़ान व्यवधान की जड़ तक पहुंचने के लिए जांच समिति गठित की गई है। इस समिति में वरिष्ठ अधिकारी जैसे संजय ब्रहमाने, अमित गुप्ता, कपिल मंगलिक और लोकेश रामपाल शामिल हैं। समिति को अपनी रिपोर्ट 15 दिनों के अंदर सौंपने को कहा गया है।

नए नियम और उनकी अनदेखी का असर
मंत्री नायडू ने बताया कि फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) के 22 नियम बनाए गए हैं, जिनमें से 15 नियम 1 जुलाई 2025 से और बाकी 7 नवंबर 2025 से लागू हुए। इंडिगो सहित सभी एयरलाइनों को इन नियमों का पालन करना अनिवार्य है। मूडीज़ रेटिंग्स ने कहा है कि इंडिगो ने इन नियमों के लिए ठीक से योजना नहीं बनाई, जिससे उनका प्रदर्शन प्रभावित हुआ और कंपनी की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचा।
हजारों उड़ानों के रद्द होने से इंडिगो की छवि प्रभावित
सोमवार को इंडिगो ने देश के 6 बड़े हवाई अड्डों से कुल 562 उड़ानें रद्द कीं, जिनमें से 150 अकेले बेंगलुरु से थीं। उड़ान रद्द करने की संख्या सरकार के अनुमानों से ज्यादा थी। इंडिगो ने इन रद्दीकरणों की संख्या सार्वजनिक नहीं की। मूडीज़ ने भी इस विफलता को कंपनी के लिए ऋण योग्यता के लिहाज से नकारात्मक बताया है। इस पूरे मामले में इंडिगो की छवि को बड़ा नुकसान पहुंचा है।
