लेह और चीन में भूकंप के झटके, जानिए Richter Scale पर भूकंप की तीव्रता और खतरे की जानकारी

आज सुबह लेह, लद्दाख में भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (NCS) ने इसकी पुष्टि की। NCS के अनुसार, भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 3.7 दर्ज की गई। भूकंप का केन्द्र पृथ्वी की सतह से लगभग 10 किलोमीटर गहराई पर था। लोग सोते हुए हल्के झटकों को महसूस कर सके, लेकिन किसी प्रकार के नुकसान या हताहत की खबर नहीं है।
चीन के झिनजियांग में भी भूकंप के झटके महसूस
लेह के साथ ही भारत के पड़ोसी देश चीन के झिनजियांग क्षेत्र में भी रात को 4.4 तीव्रता का भूकंप आया। NCS के मुताबिक इस भूकंप का केंद्र भी लगभग 10 किलोमीटर गहराई पर था। अभी तक इस भूकंप से किसी प्रकार का नुकसान या हानि की खबर नहीं आई है। हालांकि浅ली भूकंप अधिक खतरनाक माने जाते हैं क्योंकि उनकी धरती पर पहुंचने की दूरी कम होती है और इससे जमीन पर अधिक तीव्र झटके महसूस होते हैं।
EQ of M: 4.4, On: 17/11/2025 01:26:10 IST, Lat: 35.82 N, Long: 77.12 E, Depth: 10 Km, Location: Xinjiang.
For more information Download the BhooKamp App https://t.co/5gCOtjdtw0 @DrJitendraSingh @OfficeOfDrJS @Ravi_MoES @Dr_Mishra1966 @ndmaindia pic.twitter.com/G9LmOrxV2y— National Center for Seismology (@NCS_Earthquake) November 16, 2025
भूकंप क्यों आते हैं?
पृथ्वी की सतह पर सात टेक्टोनिक प्लेट्स (भू-पटल) होती हैं जो लगातार अपने स्थान पर गति करती रहती हैं। कभी-कभी ये प्लेट्स टकराती हैं या आपस में घर्षण उत्पन्न होता है। इसी वजह से भूकंप आते हैं। टेक्टोनिक प्लेट्स की यह हरकतें पृथ्वी की सतह पर कंपन पैदा करती हैं, जिससे घर, सड़कें और इन्फ्रास्ट्रक्चर को भारी नुकसान हो सकता है। आम लोग इस प्राकृतिक आपदा से सबसे अधिक प्रभावित होते हैं।
भारत के भूकंप संवेदनशील क्षेत्र
वैज्ञानिकों के अनुसार भारत के लगभग 59 प्रतिशत क्षेत्र को भूकंप संवेदनशील क्षेत्र माना जाता है। इसे चार जोनों में बांटा गया है: ज़ोन 2, ज़ोन 3, ज़ोन 4, और ज़ोन 5। ज़ोन 5 सबसे अधिक जोखिम वाला क्षेत्र है जबकि ज़ोन 2 कम जोखिम वाला माना जाता है। भारत की राजधानी दिल्ली ज़ोन 4 में आती है जहां 7 से अधिक तीव्रता वाले भूकंप आ सकते हैं। हिमालय क्षेत्र, कच्छ और पूर्वोत्तर भारत जैसे कई हिस्से ज़ोन 5 में आते हैं क्योंकि यहां भारतीय प्लेट यूरेशियन प्लेट से टकराती है।
रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता
भूकंप की तीव्रता को रिक्टर पैमाने पर मापा जाता है। 4 से 4.9 तीव्रता वाले भूकंप में घर के हल्के सामान गिर सकते हैं। 5 से 5.9 तक के भूकंप में भारी सामान और फर्नीचर हिल सकते हैं। 6 से 6.9 तीव्रता के भूकंप में इमारतों की नींव में दरारें आ सकती हैं। 7 से 7.9 तीव्रता के भूकंप में इमारतें गिरने लगती हैं। 8 से 8.9 तीव्रता वाले भूकंप से सुनामी आ सकती है और व्यापक तबाही होती है। 9 या उससे ऊपर के भूकंप सबसे विनाशकारी होते हैं।
