चीन के ह्यूमनॉइड रोबोट उद्योग में बबल का खतरा, सरकार खुद हुई डर से सतर्क, बड़ी चेतावनी जारी

चीन में ह्यूमनॉइड रोबोट्स का उद्योग तेज रफ्तार से बढ़ रहा है. हालांकि इस तेजी ने अब सरकार को भी चिंता में डाल दिया है. हाल ही में कम्युनिस्ट पार्टी ने इस सेक्टर को देश की अर्थव्यवस्था का प्रमुख इंजन घोषित किया था. लेकिन अचानक आए निवेश के उछाल ने संभावित बुलबुले के खतरे को बढ़ा दिया है. इसी वजह से देश की शीर्ष वित्तीय संस्था ने भी चेतावनी जारी की है.
एक सौ पचास से अधिक कंपनियां. बाजार में अस्थिरता की आशंका
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार चीन की नेशनल डेवलपमेंट एंड रिफॉर्म कमीशन ने चेतावनी दी है कि एक सौ पचास से अधिक कंपनियों द्वारा एक जैसे रोबोट्स बनाना बाजार को अस्थिर कर सकता है. विशेषज्ञों का कहना है कि अगर आपूर्ति जरूरत से ज्यादा हो गई तो असली शोध और विकास की गति भी प्रभावित होगी. एजेंसी के प्रवक्ता ली चाओ ने कहा कि ओवर सप्लाई और समान तकनीक बाजार में गहरा व्यवधान पैदा कर सकती है.

पहले भी फूटा है ऐसा टेक्नोलॉजी बूम का बुलबुला
चीन में इससे पहले भी तकनीकी क्षेत्रों में अचानक आए निवेश ने भारी नुकसान पहुंचाया है. साइकल शेयरिंग और सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री में हुए निवेश बूम के बाद बाजार तेजी से धराशायी हो गया था. सैकड़ों कंपनियां एक साथ बाजार में आईं और फिर कुछ ही समय में बंद भी हो गईं. अब डर है कि ह्यूमनॉइड रोबोटिक्स में भी ऐसा ही न दोहराया जाए. इस साल यूनिट्री रोबोटिक्स के रोबोट्स का स्प्रिंग फेस्टिवल गाला में डांस वायरल होने के बाद इस सेक्टर की लोकप्रियता और बढ़ गई थी.
निवेशकों की दीवानगी. इंडेक्स में उछाल
रिपोर्ट में कहा गया है कि सोलएक्टिव चाइना ह्यूमनॉइड रोबोटिक्स इंडेक्स इस साल तीस प्रतिशत तक बढ़ गया है. उद्योग की प्रमुख कंपनी यूबीटेक रोबोटिक्स के शेयर में भी चार प्रतिशत से अधिक की बढ़त दर्ज की गई. यह तेजी दिखाती है कि निवेशकों का उत्साह लगातार बढ़ रहा है. लेकिन विशेषज्ञ मानते हैं कि अगर यह उछाल नियंत्रण से बाहर गया तो बाजार अचानक गिर भी सकता है.
सात ट्रिलियन डॉलर का अनुमान. फिर भी जोखिम बरकरार
सिटीग्रुप का अनुमान है कि वर्ष दो हजार पचास तक वैश्विक ह्यूमनॉइड रोबोटिक्स बाजार सात ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच सकता है. इस अनुमान ने भी चीन में निवेश की गति को तेज कर दिया है. हालांकि सरकार और आर्थिक संस्थानों का कहना है कि अगर विकास संतुलित तरीके से न हुआ तो उद्योग को बड़ा झटका लग सकता है. इसलिए अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि चीन इस तेज रफ्तार उद्योग को कैसे नियंत्रित रखेगा और बाजार को अस्थिर होने से कैसे बचाएगा.
