ChatGPT की सलाह से हुआ नुकसान, OpenAI ने बदले यूजर्स के लिए बड़े नियम

आज की दुनिया में लोग हर सवाल का जवाब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लेना पसंद करते हैं। चाहे वह कानूनी मदद हो, इलाज से जुड़ी जानकारी हो या फिर निवेश का फैसला, एआई को लोग अपना सलाहकार मान चुके हैं। लेकिन यह भरोसा कई बार नुकसान का कारण भी बना है। इसी वजह से OpenAI ने अब ChatGPT के इस्तेमाल के नियमों में बड़ा बदलाव किया है।
29 अक्टूबर से लागू हुए नए नियम
OpenAI ने 29 अक्टूबर से साफ कर दिया है कि ChatGPT अब किसी भी तरह की मेडिकल, लीगल या फाइनेंशियल सलाह नहीं देगा। News18 की रिपोर्ट के अनुसार, NEXTA की जानकारी में बताया गया कि ChatGPT अब एक educational tool है न कि कोई सलाहकार। इसका मतलब यह है कि अब यह दवाइयों के नाम, खुराक या निवेश से जुड़े खरीद-बिक्री के सुझाव नहीं देगा।

अब केवल सामान्य जानकारी तक सीमित रहेगा चैटबॉट
नए नियमों के मुताबिक, ChatGPT अब केवल सामान्य सिद्धांतों की व्याख्या करेगा। किसी को अगर इलाज, कानूनी या आर्थिक फैसले पर मार्गदर्शन चाहिए तो उसे डॉक्टर, वकील या फाइनेंशियल एक्सपर्ट से संपर्क करने की सलाह दी जाएगी। कंपनी का कहना है कि यह कदम यूजर्स की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है ताकि कोई भी व्यक्ति गलत जानकारी के कारण नुकसान न झेले।
जब ChatGPT की सलाह से हुआ नुकसान
अगस्त में एक मामला सामने आया था जिसमें एक 60 वर्षीय व्यक्ति को ChatGPT की सलाह के चलते अस्पताल में भर्ती होना पड़ा। रिपोर्ट के अनुसार, उसने ChatGPT से जानकारी लेकर टेबल सॉल्ट की जगह सोडियम ब्रोमाइड का सेवन किया। इसके बाद उसे भ्रम और मानसिक परेशानी होने लगी और तीन हफ्ते तक उसे अस्पताल में रहना पड़ा। इस घटना ने OpenAI को यह सोचने पर मजबूर किया कि गलत सलाह कितनी खतरनाक हो सकती है।
कंपनी का फोकस अब शिक्षा पर
OpenAI का कहना है कि ChatGPT को अब एक सुरक्षित और जिम्मेदार शैक्षणिक प्लेटफॉर्म के रूप में विकसित किया जाएगा। यह लोगों को केवल जानकारी समझाने और सिखाने में मदद करेगा। कंपनी चाहती है कि यूजर्स एआई पर निर्भर रहने के बजाय अपने निर्णय के लिए पेशेवर विशेषज्ञों से सलाह लें। इस कदम से OpenAI की विश्वसनीयता और यूजर सेफ्टी दोनों में सुधार की उम्मीद की जा रही है।
