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एशिया कप 2025 से पहले बड़ा सवाल – शुभमन गिल की वापसी या फिर रिंकू सिंह को मिलेगा मौका?

अगले महीने यूएई की धरती पर एशिया कप 2025 खेला जाएगा, जिसमें कुल 8 टीमें हिस्सा लेंगी। भारतीय टीम के लिए यह टूर्नामेंट बेहद अहम माना जा रहा है और माना जा रहा है कि अगले हफ्ते टीम इंडिया की टी20 स्क्वॉड का ऐलान हो सकता है। चयन समिति के सामने सबसे बड़ी चुनौती सही खिलाड़ियों का चुनाव करने की है, क्योंकि इस बार कुछ कठिन फैसले लेने की संभावना भी जताई जा रही है। खासकर, टेस्ट कप्तान शुभमन गिल की टी20 टीम में जगह और रिंकू सिंह के चयन को लेकर सबसे ज्यादा चर्चाएँ हो रही हैं। दोनों खिलाड़ियों के हालिया प्रदर्शन को देखकर चयनकर्ताओं पर दबाव ज़रूर है।

रिंकू सिंह की मुश्किलें बढ़ीं

रिंकू सिंह ने आईपीएल 2023 में तहलका मचाया था, जब उन्होंने गुजरात टाइटन्स के गेंदबाज़ यश दयाल के एक ओवर में लगातार पाँच छक्के जड़ दिए थे। उसी पारी ने उन्हें रातों-रात स्टार बना दिया और राष्ट्रीय टीम तक पहुँचने का मौका दिलाया। लेकिन पिछले दो सीजन उनके लिए अच्छे नहीं रहे। आईपीएल 2024 में उन्होंने केवल 113 गेंदें खेलीं, जबकि 2025 सीजन में महज़ 134 गेंदें। इससे साफ होता है कि उनकी भूमिका लगातार सीमित होती जा रही है। खास बात यह भी है कि टीम इंडिया के मौजूदा कोच गौतम गंभीर, जो पहले केकेआर के मेंटर थे, उन्होंने भी रिंकू को सीमित मौके दिए। माना जा रहा है कि चयनकर्ता अब फिनिशर की भूमिका के लिए शिवम दुबे, अक्षर पटेल और वॉशिंगटन सुंदर जैसे ऑलराउंडर्स पर ज्यादा भरोसा दिखा सकते हैं।

एशिया कप 2025 से पहले बड़ा सवाल – शुभमन गिल की वापसी या फिर रिंकू सिंह को मिलेगा मौका?

शुभमन गिल का शानदार फॉर्म

दूसरी ओर शुभमन गिल का फॉर्म चयनकर्ताओं के लिए बड़ी राहत है। इंग्लैंड दौरे पर उन्होंने पाँच टेस्ट मैचों में 754 रन बनाए, जिसमें चार शानदार शतक शामिल हैं। इस प्रदर्शन ने उन्हें टीम इंडिया का सबसे भरोसेमंद बल्लेबाज़ साबित कर दिया है। लेकिन समस्या यह है कि मौजूदा टी20 टीम के टॉप ऑर्डर में पहले से ही कई स्थायी बल्लेबाज़ मौजूद हैं। पूर्व राष्ट्रीय चयनकर्ता ने पीटीआई से कहा कि “हम अक्सर सुनते हैं कि इस खिलाड़ी को शामिल करना चाहिए, लेकिन सवाल यह है कि उसकी जगह किसे बाहर किया जाएगा?” उदाहरण के लिए, श्रेयस अय्यर ने 600 रन 180 की स्ट्राइक रेट से बनाए हैं और वे भी टॉप-4 में बल्लेबाज़ी करते हैं। ऐसे में गिल को जगह देना आसान नहीं है।

चयनकर्ताओं के सामने कठिन समीकरण

सेलेक्शन कमेटी के सामने सबसे बड़ा सवाल यही है कि वे संतुलन किस तरह से बनाएँ। टॉप-5 बल्लेबाज़ों में किसी को बाहर करना फिलहाल मुश्किल है, और अगर ऐसा नहीं होता तो शुभमन गिल को जगह दिलाना चुनौतीपूर्ण रहेगा। वहीं, रिंकू सिंह की जगह पर सबसे ज़्यादा खतरा मंडरा रहा है क्योंकि फिनिशर की भूमिका के लिए टीम के पास पहले से ही शिवम दुबे और जितेश शर्मा जैसे विकल्प मौजूद हैं। ऐसे में, अगर समझौता करना पड़ा तो रिंकू टीम से बाहर हो सकते हैं। कुल मिलाकर, एशिया कप 2025 से पहले भारतीय टीम का ऐलान बेहद रोमांचक रहने वाला है और यह देखना दिलचस्प होगा कि चयनकर्ता युवा खिलाड़ियों और अनुभवी चेहरों के बीच किस तरह संतुलन बैठाते हैं।

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