Ashes 2025: इंग्लैंड की टीम पहुंची ऑस्ट्रेलिया, पर्थ टेस्ट से पहले हेज़लवुड और अबॉट के इंजरी सवाल

Ashes 2025 टेस्ट सीरीज की शुरुआत 21 नवंबर को ऑस्ट्रेलिया के पर्थ स्टेडियम में होगी। इंग्लैंड की टीम ऑस्ट्रेलिया पहुंच चुकी है और इस सीरीज के लिए पूरी तैयारी में जुटी है। वहीं, ऑस्ट्रेलियाई टीम फिलहाल घरेलू शेफ़ील्ड शील्ड टूर्नामेंट में खेल रही है, जो पर्थ टेस्ट से पहले उनकी मुश्किलें बढ़ा रही है। इस बीच खबरें आ रही हैं कि ऑस्ट्रेलिया के दो मुख्य गेंदबाज जोश हेज़लवुड और सीन अब्बॉट चोटिल हैं, जिससे टीम की गेंदबाजी रणनीति पर असर पड़ सकता है।
पाट कमिंस ने दिया हेज़लवुड और अब्बॉट के फिटनेस अपडेट
ऑस्ट्रेलियाई टीम के तेज गेंदबाज और कप्तान पाट कमिंस ने जोश हेज़लवुड और सीन अब्बॉट की फिटनेस पर अपडेट दी है। ESPN क्रिकइन्फो के अनुसार, कमिंस ने कहा, “दोनों खिलाड़ियों को स्कैन के लिए ले जाया गया है, लेकिन अभी तक पूरी जानकारी नहीं मिली है। जोश हेज़लवुड स्कैन से बाहर आने के बाद ठीक थे, जिससे उम्मीद है कि वह जल्दी ठीक हो जाएंगे। सीन अब्बॉट की चोट का मूल्यांकन अभी होना बाकी है। टेस्ट मैच एक सप्ताह दूर है, इसलिए मैं हमेशा सतर्क रहने की सलाह देता हूं।”

पहली टेस्ट में कप्तान के रूप में खेलेंगे स्टीव स्मिथ
पर्थ टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के नियमित कप्तान पाट कमिंस की गैरहाजिरी में स्टीव स्मिथ टीम की कप्तानी संभालेंगे। यह बदलाव टीम के लिए चुनौती भरा हो सकता है, लेकिन स्मिथ के अनुभव और नेतृत्व कौशल पर भरोसा जताया जा रहा है। स्मिथ की कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया एशेज़ ट्रॉफी को बरकरार रखने की पूरी कोशिश करेगा। यह भी देखा जाना है कि नई परिस्थितियों में टीम का प्रदर्शन कैसा रहता है।
ऑस्ट्रेलिया की गेंदबाजी आक्रमण की संभावित टीम
पर्थ टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया की गेंदबाजी आक्रमण में मिशेल स्टार्क, स्कॉट बोलैंड, जोश हेज़लवुड और नाथन लायन शामिल रहेंगे। लायन, बोलैंड और स्टार्क इस समय शेफ़ील्ड शील्ड में खेल रहे हैं, जिससे उनकी फॉर्म को लेकर टीम प्रबंधन को कुछ राहत मिल सकती है। इसके अलावा, बिना टेस्ट अनुभव वाले तेज गेंदबाज ब्रैंडन डोगेट भी टीम में हैं, जिन्होंने तस्मानिया के खिलाफ खेल में 5 विकेट लेकर अपनी प्रतिभा दिखाई है। ऑस्ट्रेलिया की यह गेंदबाजी इकाई इंग्लैंड के खिलाफ कड़ी चुनौती पेश करेगी।
एशेज़ ट्रॉफी बरकरार रखने की चुनौती
ऑस्ट्रेलिया फिलहाल एशेज़ ट्रॉफी का धारक है और इस बार भी उसकी कोशिश होगी कि वह इसे बरकरार रख सके। इंग्लैंड की मजबूत टीम के खिलाफ यह सीरीज बेहद रोमांचक और कड़ी होगी। पर्थ टेस्ट से शुरू होकर पूरे सीरीज में दोनों टीमें अपनी-अपनी ताकत दिखाएंगी। चोटिल खिलाड़ियों की स्थिति और कप्तानी के बदलाव के बावजूद ऑस्ट्रेलिया अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए हर संभव प्रयास करेगा।
