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Andhra Pradesh Train Accident: भारी लोडिंग के कारण माल ट्रेन गर्डर से टकराई, रेल सेवा प्रभावित

Andhra Pradesh Train Accident: आंध्र प्रदेश में सोमवार को एक रेल हादसा सामने आया है। मिली जानकारी के अनुसार, अनकापल्ली (Anakapalli) में एक मालगाड़ी गर्डर से टकरा गई, जिससे ट्रैक को नुकसान पहुंचा और रेल सेवाएं प्रभावित हुईं। यह हादसा भारी लोडिंग के कारण हुआ, जिसके चलते ट्रेन का संतुलन बिगड़ा और यह दुर्घटना हो गई।

कैसे हुआ यह रेल हादसा?

अनकापल्ली में हुई इस रेल दुर्घटना की वजह अति लोडिंग (Overloading) बताई जा रही है। अत्यधिक भार के कारण मालगाड़ी गिर्डर से टकरा गई, जिससे रेलवे ट्रैक को भी नुकसान पहुंचा और ट्रेन को वहीं रुकना पड़ा।

यह मालगाड़ी अनकापल्ली से विशाखापट्टनम (Visakhapatnam) की ओर जा रही थी, लेकिन अनकापल्ली के पास यह हादसे का शिकार हो गई। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि इस दुर्घटना के तुरंत बाद ट्रैक की मरम्मत का कार्य शुरू कर दिया गया, ताकि जल्द से जल्द ट्रेनों का संचालन सामान्य किया जा सके।

हादसे के कारण रेल सेवाओं पर पड़ा असर

इस हादसे के कारण अनकापल्ली और विशाखापट्टनम के बीच रेल सेवा प्रभावित हुई। हादसे के बाद इस मार्ग पर ट्रेनों की आवाजाही बाधित हो गई। हालांकि, राहत की बात यह है कि दूसरे ट्रैक से ट्रेनों का संचालन जारी रहा, जिससे कोई बड़ी रुकावट नहीं आई।

रेलवे अधिकारियों के अनुसार, कुछ ट्रेनों को दूसरे मार्गों से डायवर्ट किया गया है, जिससे यात्रियों को असुविधा न हो। वहीं, रेलवे इंजीनियरों की टीम ट्रैक की मरम्मत में जुटी हुई है और जल्द ही इसे पूरी तरह से चालू कर दिया जाएगा।

रेलवे अधिकारियों ने क्या कहा?

रेलवे अधिकारियों ने इस हादसे पर बयान जारी करते हुए कहा कि—

“अनकापल्ली में हुई दुर्घटना का मुख्य कारण मालगाड़ी में अत्यधिक भार (Overloading) था। इससे ट्रेन का संतुलन बिगड़ गया और यह गिर्डर से टकरा गई। हालांकि, किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई है, लेकिन रेलवे ट्रैक को नुकसान पहुंचा है। हमारी टीम जल्द से जल्द ट्रैक को ठीक करने के लिए काम कर रही है।”

रेलवे यात्रियों को हो रही परेशानी

इस रेल हादसे के कारण अनकापल्ली और विशाखापट्टनम के बीच यात्रा कर रहे यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। कई ट्रेनें देरी से चल रही हैं और कुछ ट्रेनों को रद्द भी किया गया है।

रेलवे ने यात्रियों को सलाह दी है कि वे अपनी यात्रा से पहले रेलवे हेल्पलाइन नंबर या वेबसाइट के जरिए ट्रेनों की स्थिति की जानकारी प्राप्त कर लें, ताकि किसी तरह की असुविधा न हो।

हादसे के बाद रेलवे ने उठाए ये कदम

रेलवे प्रशासन ने हादसे के बाद त्वरित कदम उठाए हैं—

  1. राहत एवं बचाव कार्य: हादसे के तुरंत बाद रेलवे अधिकारियों और इंजीनियरों की टीम मौके पर पहुंची और ट्रैक की मरम्मत शुरू कर दी।
  2. रेलवे ट्रैफिक का डायवर्जन: जिन ट्रेनों को इस मार्ग से गुजरना था, उन्हें वैकल्पिक मार्गों पर डायवर्ट किया गया।
  3. यात्रियों को सूचित करना: रेलवे ने यात्रियों को देरी और रद्द की गई ट्रेनों की जानकारी SMS और रेलवे स्टेशनों पर अनाउंसमेंट के जरिए दी।
  4. रेलवे सुरक्षा जांच: इस घटना के बाद रेलवे ने सभी मालगाड़ियों की जांच प्रक्रिया को और सख्त कर दिया है, ताकि भविष्य में इस तरह की दुर्घटनाओं को रोका जा सके।

भारी लोडिंग के कारण बढ़ रही हैं रेल दुर्घटनाएं?

भारतीय रेलवे में मालगाड़ियों की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण होती है, क्योंकि ये देश की आर्थिक गतिविधियों को संचालित करने में मदद करती हैं। हालांकि, बीते कुछ सालों में अति लोडिंग (Overloading) के कारण कई रेल हादसे हुए हैं।

रेलवे एक्सपर्ट्स के मुताबिक, मालगाड़ियों में अधिक भार डालने से उनके संतुलन पर असर पड़ता है और कई बार पटरियों पर अत्यधिक दबाव पड़ने से वे पटरी से उतर जाती हैं या अन्य ढांचों से टकरा जाती हैं।

इस घटना के बाद रेलवे अधिकारियों ने साफ किया है कि वे मालगाड़ियों की लोडिंग को लेकर कड़े नियम लागू करेंगे और सभी ट्रेनों की कपैसिटी से अधिक भार न डालने के लिए सख्त निगरानी रखी जाएगी।

रेलवे प्रशासन की अपील

रेलवे प्रशासन ने आम जनता और व्यापारियों से अपील की है कि—

  • मालगाड़ियों में निर्धारित भार से अधिक लोडिंग न करें, ताकि इस तरह की घटनाओं को टाला जा सके।
  • यदि किसी को भी रेलवे ट्रैक पर कोई गड़बड़ी नजर आती है, तो वे तत्काल रेलवे हेल्पलाइन नंबर पर सूचना दें।
  • यात्री यात्रा से पहले ट्रेन के समय की पुष्टि करें, ताकि किसी भी तरह की असुविधा से बचा जा सके।

आंध्र प्रदेश के अनकापल्ली में हुई इस रेल दुर्घटना ने रेलवे सुरक्षा मानकों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। हालांकि, राहत की बात यह है कि इस हादसे में किसी भी तरह की जनहानि नहीं हुई है और रेलवे प्रशासन तेजी से ट्रैक की मरम्मत में जुटा हुआ है।

अब देखने वाली बात होगी कि रेलवे इस तरह की दुर्घटनाओं को रोकने के लिए भविष्य में क्या कदम उठाता है और क्या मालगाड़ियों की लोडिंग प्रक्रिया को लेकर कोई नया नियम लागू किया जाता है या नहीं।

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