YouTube ने शुरू किया वीडियो शेयरिंग का नया तरीका, अब सीधे चैट में कर सकेंगे वीडियो शेयर

अब YouTube पर अपने पसंदीदा वीडियो सीधे ऐप के अंदर ही शेयर कर सकेंगे। इसके लिए आपको व्हाट्सएप या इंस्टाग्राम जैसे दूसरे मैसेजिंग ऐप्स का सहारा लेने की जरूरत नहीं पड़ेगी। YouTube एक प्राइवेट इन-ऐप मैसेजिंग फीचर का परीक्षण कर रहा है, जिससे यूजर्स मोबाइल ऐप में ही वीडियो शेयर कर सकेंगे और बातचीत कर सकेंगे। यह फीचर पहले भी था, लेकिन 2019 में इसे बंद कर दिया गया था। अब इसे 18 वर्ष और उससे अधिक उम्र के यूजर्स के लिए दोबारा शुरू करने की योजना है।
पायलट टेस्टिंग हो रही है पोलैंड और आयरलैंड में
यह नया मैसेजिंग फीचर फिलहाल पोलैंड और आयरलैंड में टेस्टिंग के तहत है। यूजर्स लंबे वीडियो, YouTube Shorts और लाइवस्ट्रीम सीधे YouTube ऐप के अंदर भेज सकते हैं और वास्तविक समय में बातचीत कर सकते हैं। इससे वीडियो शेयरिंग और भी सरल हो जाएगी। अब वीडियो शेयर करने के लिए व्हाट्सएप या इंस्टाग्राम जैसे बाहरी ऐप की जरूरत नहीं होगी।

मैसेजिंग फीचर कैसे काम करेगा?
YouTube के सपोर्ट पेज के अनुसार, स्मार्टफोन ऐप में यूजर्स शेयर बटन दबाकर एक फुल-स्क्रीन चैट विंडो खोल सकेंगे। वहां से वे वीडियो शेयर कर सकते हैं, व्यक्तिगत या ग्रुप चैट कर सकते हैं। टेक्स्ट रिप्लाई, इमोजी और अन्य सुविधाओं के जरिए वीडियो शेयरिंग अनुभव और भी सहज होगा। यूजर्स को चैट इनवाइट स्वीकार करना होगा तभी वे बातचीत शुरू कर सकेंगे।
सुरक्षा के कड़े नियमों के साथ फीचर
यह फीचर सीमित स्थान और यूजर्स की संख्या के साथ परीक्षण किया जा रहा है और इसमें कड़ी सुरक्षा मानक लागू किए गए हैं। YouTube की कम्युनिटी गाइडलाइंस का पूर्ण पालन अनिवार्य होगा। हर संदेश को संभावित नुकसान या नियम उल्लंघन के लिए स्कैन किया जाएगा। यूजर्स किसी भी अनुचित चैनल को ब्लॉक कर सकेंगे, चैट की रिपोर्ट कर सकेंगे और भेजे गए संदेश को वापस भी भेज सकेंगे। मैसेज अलर्ट भी YouTube की अन्य नोटिफिकेशन की तरह दिखेंगे।
पहले क्यों बंद किया गया था यह फीचर?
YouTube ने 2019 में अपना पुराना मैसेजिंग सिस्टम बंद कर दिया था। कंपनी ने बंद करने के पीछे के कारण पूरी तरह से नहीं बताया, लेकिन सुरक्षा और विशेषकर बच्चों की सुरक्षा से जुड़ी चिंताएं एक प्रमुख वजह मानी जाती हैं। इसलिए नया फीचर फिलहाल केवल वयस्कों के लिए उपलब्ध कराया गया है ताकि जोखिम कम हो और कंपनी इस फीचर के उपयोग का डेटा इकट्ठा कर सके। यदि टेस्टिंग सफल रही तो इस फीचर को अन्य देशों तक भी विस्तारित किया जाएगा।
