West Indies ने India को 2-0 से हराया, लेकिन Ravindra Jadeja की बैटिंग और बॉलिंग ने मचाया धमाल

भारत और वेस्ट इंडीज के बीच खेले गए दो मैचों की टेस्ट सीरीज में वेस्ट इंडीज ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 2-0 से जीत हासिल की। टीम इंडिया के उपकप्तान रविंद्र जडेजा ने दोनों ही मैचों में अपने बल्लेबाजी और गेंदबाजी के प्रदर्शन से सबका ध्यान अपनी ओर खींचा। पहले टेस्ट मैच में जडेजा ने शानदार शतक लगाया, जबकि दूसरे मैच में उन्होंने गेंदबाजी में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उनके इस उत्कृष्ट प्रदर्शन को देखते हुए उन्हें सीरीज का प्लेयर ऑफ द सीरीज चुना गया।
रविंद्र जडेजा ने सचिन और सहवाग के रिकॉर्ड के बराबरी की
टीम इंडिया में टेस्ट करियर के दौरान जडेजा तीसरी बार भारत में प्लेयर ऑफ द सीरीज का पुरस्कार जीतने में सफल हुए। इस उपलब्धि के साथ उन्होंने पूर्व भारतीय बल्लेबाजी दिग्गज सचिन तेंदुलकर और वीरेंद्र सहवाग के बराबरी की। इन तीनों खिलाड़ियों ने अपने टेस्ट करियर में भारत में तीन बार प्लेयर ऑफ द सीरीज का खिताब जीता है। जबकि रवि अश्विन ने भारत में टेस्ट मैचों में नौ बार यह पुरस्कार जीतकर रिकॉर्ड बनाया है। जडेजा की इस उपलब्धि ने उनके करियर में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर जोड़ दिया है।
सीरीज जीत के बाद रविंद्र जडेजा के विचार
सीरीज का प्लेयर ऑफ द सीरीज पुरस्कार जीतने के बाद जडेजा ने कहा कि जब हेड कोच ने उन्हें नंबर छह पर बल्लेबाजी करने के लिए कहा, तो उन्होंने अब एक जिम्मेदार बल्लेबाज की तरह सोचने की कोशिश की। उन्होंने बताया कि पिछले कई वर्षों तक वह नंबर आठ या नौ पर बल्लेबाजी करते थे, जिससे मानसिकता अलग होती थी। अब, बल्लेबाजी क्रम में ऊपर आने से उन्हें जिम्मेदार बल्लेबाज की तरह सोचने का मौका मिला और उनका खेल और बेहतर हुआ। यह बदलाव उनकी बल्लेबाजी क्षमता और टीम के लिए योगदान को नई दिशा देने वाला साबित हुआ।
दूसरे टेस्ट मैच की स्थिति और खेल का सार
दूसरे टेस्ट मैच में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने 518 रन बनाए। यशस्वी जायसवाल ने पहले मैच में शानदार शतक लगाया और कप्तान शुभमन गिल 129* रन बनाकर नाबाद रहे। पहले इनिंग्स में वेस्ट इंडीज की टीम 248 रन पर ऑल आउट हो गई, जिससे भारत को फॉलो-ऑन नहीं देना पड़ा। दूसरी इनिंग में वेस्ट इंडीज के बल्लेबाजों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 390 रन बनाए और भारत के लिए 121 रनों का लक्ष्य रखा। केएल राहुल के अर्धशतक की मदद से भारत ने यह लक्ष्य सात विकेट के नुकसान पर पूरा किया और वेस्ट इंडीज के खिलाफ सीरीज में क्लीन स्वीप हासिल की।