मनोरंजन

Sudhanshu Pandey का गुस्सा फूटा! Apoorva Makhija को सुनाई खरी-खोटी, टीवी इंडस्ट्री में मचा हंगामा

करण जौहर का नया शो ‘द ट्रेटर्स’ इन दिनों काफी चर्चा में है। इस रियलिटी शो में टीवी, बॉलीवुड और सोशल मीडिया से जुड़े कई फेमस चेहरे नजर आ रहे हैं। अपूर्वा मखीजा और आशीष विद्यार्थी जैसे नामचीन सितारे भी इस शो का हिस्सा हैं। लेकिन अब शो के एक एपिसोड ने विवाद खड़ा कर दिया है जहां एक कंटेस्टेंट ने एक सीनियर एक्टर को लेकर गलत शब्दों का इस्तेमाल कर दिया।

अपूर्वा मखीजा को सुधांशु पांडे की फटकार

टीवी एक्टर सुधांशु पांडे ने हाल ही में एक लाइव चैट के दौरान अपूर्वा मखीजा को फटकार लगाई। उन्होंने कहा कि अपूर्वा की भाषा और व्यवहार को सुधारने की ज़रूरत है। सुधांशु ने कहा, “मैं नहीं कह रहा कि वह बुरी लड़की है। वो एक अच्छी लड़की है, दिल भी अच्छा होगा लेकिन जब ज़ुबान खराब हो जाती है तो सब कुछ खराब हो जाता है।” उन्होंने अपूर्वा से कहा कि अगर आप अपने से बड़ों से बात करने की तमीज़ नहीं रखते तो बाकी सब बेकार है।

 

View this post on Instagram

 

A post shared by Sudhanshu Pandey (@sudanshu_pandey)

आशीष विद्यार्थी के बारे में की गई टिप्पणी

सुधांशु ने बताया कि अपूर्वा ने उनके पीठ पीछे आशीष विद्यार्थी के बारे में कहा कि “मुझे लगता है आशीष अब जाएगा।” इस बात को लेकर वो काफी नाराज़ दिखे। उन्होंने सवाल उठाया, “क्या आशीष आपके बचपन के दोस्त हैं? क्या इस तरह बात की जाती है अपने से उम्र में तीन गुना बड़े इंसान के बारे में?” उन्होंने कहा कि आशीष विद्यार्थी जैसे सीनियर एक्टर के लिए ऐसी बात करना बिल्कुल भी ठीक नहीं है।

जनरेशन Z पर उठाया सवाल

सुधांशु पांडे ने इस घटना को समाज के लिए एक चेतावनी बताया। उन्होंने कहा, “क्या यही है हमारी जनरेशन Z? क्या अब हम इसी तरह के व्यवहार को पसंद करते हैं? मुझे बहुत अफसोस है। ये बहुत बड़ी बेवकूफी है और हमारे समाज के लिए एक श्राप की तरह है।” उन्होंने यह भी कहा कि उनके खुद के बच्चे भी जनरेशन Z से हैं लेकिन वो हमेशा बड़ों का सम्मान करते हैं।

सम्मान और भाषा की ज़रूरत

इस पूरे मामले से एक बात साफ निकल कर आती है कि चाहे कोई कितना भी फेमस क्यों न हो, भाषा और व्यवहार की गरिमा बनाए रखना बेहद जरूरी है। अपूर्वा मखीजा को सुधांशु पांडे की फटकार एक सबक की तरह है जो बाकी युवाओं को भी सोचने पर मजबूर कर रही है कि सोशल मीडिया पर पहचान बना लेना काफी नहीं होता, इंसानियत और तमीज़ भी ज़रूरी है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button