Jyoti Malhotra के फोन से मिले ऐसे ऐप जो 24 घंटे में हो जाते हैं डिलीट! क्या था उसका असली मकसद

Jyoti Malhotra केस में फिर एक बड़ा खुलासा हुआ है। जांच में सामने आया है कि ज्योति की गिरफ्तारी से एक बड़ी आईएसआई साजिश का पर्दाफाश हो रहा है। इस साजिश में सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स और फ्रीलांसरों को शामिल किया गया था। इनके जरिए जासूसी नेटवर्क तकनीक का इस्तेमाल करके चलाया जा रहा था।
ज्योति ने जांच में कई बातें छुपाईं
नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी, इंटेलिजेंस ब्यूरो और हरियाणा पुलिस की संयुक्त टीम ने ज्योति मल्होत्रा से पूछताछ की। जांच में पता चला कि ज्योति ने पाकिस्तानी एजेंट डेनिश के साथ अपने संबंधों को लेकर झूठ बोला। ज्योति के फोन से ऐसे ऐप मिले जिनमें चैट 24 घंटे में अपने आप मिट जाती थी। दो मोबाइल और लैपटॉप भी फोरेंसिक जांच के लिए भेजे गए हैं।
ज्योति के वीडियो में मिला संदिग्ध पैटर्न
ज्योति के धार्मिक वीडियो में धार्मिक स्थानों की बजाय सीमा क्षेत्रों पर ज्यादा फोकस था। सुरक्षा व्यवस्था की जानकारी भी वीडियो में ज्यादा थी। अफगानिस्तान सीमा से जुड़े ब्लॉग में भी इसी तरह का पैटर्न मिला है। अब जांच टीम ज्योति की अंतरराष्ट्रीय यात्राओं की गहराई से जांच कर रही है। ज्योति पाकिस्तान, चीन, बांग्लादेश, इंडोनेशिया, दुबई, थाईलैंड, नेपाल और भूटान भी गई थी।
पाकिस्तान में ज्योति का 20 दिन से अधिक ठहराव
ज्योति ने 17 मई 2014 को बसाखी पर्व को कवर करने पाकिस्तान का दौरा किया था। त्योहार के बाद भी वह पाकिस्तान में 20 दिन से ज्यादा रुकी। इसके बाद वह चीन गई। जांच एजेंसी यह पता लगाने में लगी है कि त्योहार के बाद ज्योति पाकिस्तान में कहां-कहां गई, किससे मिली और क्या चीन यात्रा पहले से तय थी।
ज्योति मल्होत्रा केस की जांच अभी जारी
ज्योति की गतिविधियां धार्मिक या सांस्कृतिक पर्यटन से कहीं आगे निकल गई थीं। जांच अभी जारी है और एजेंसियां हर पहलू को जांच रही हैं। ज्योति ने जांच को भटकाने की कोशिश भी की है। इस मामले में अभी और कई राज खुलने बाकी हैं।