
Silver : दिल्ली में गुरुवार को चांदी के भाव में ₹2,400 की तेजी आई है। अब चांदी का भाव ₹1,94,400 प्रति किलोग्राम पहुंच गया है जो कि अब तक का सबसे ऊंचा स्तर है। ऑल इंडिया सराफा एसोसिएशन ने इस तेजी के पीछे कई कारण बताए हैं जिनमें वैश्विक संकेत, कमजोर होती भारतीय रुपया और अमेरिका के फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती शामिल हैं। बुधवार को भी चांदी के दाम ₹11,500 बढ़े थे और ₹1,92,000 प्रति किलोग्राम पर पहुंच चुके थे।
सोने के दाम में मामूली बढ़ोतरी
स्थानीय बुलियन बाजार में 99.9 प्रतिशत शुद्धता वाले सोने का दाम ₹90 बढ़कर ₹1,32,490 प्रति 10 ग्राम हो गया है। यह बढ़ोतरी पिछले ₹1,32,400 से हुई है।
चांदी के दाम बढ़ने के कारण
इस वर्ष की शुरुआत से चांदी के दाम में ₹1,04,700 या 116.72 प्रतिशत की जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है। दिसंबर 2024 के अंत में चांदी ₹89,700 प्रति किलोग्राम थी। HDFC सिक्योरिटीज के रिसर्च एनालिस्ट दिलीप परमार के अनुसार, चांदी की मांग में तेजी और निवेश की बढ़ती रुचि ने कीमतों को बढ़ाया है। अंतरराष्ट्रीय चांदी के दामों में रिकॉर्ड वृद्धि, सप्लाई की कमी और कमजोर रुपया भी घरेलू बाजार में चांदी की कीमतें बढ़ाने में अहम भूमिका निभा रहे हैं।

चांदी ने सोने को पीछे छोड़ा
परमार ने बताया कि इस साल चांदी ने सोने की तुलना में बेहतर रिटर्न दिया है। इसके पीछे वैश्विक सप्लाई की कमी, चीन से मजबूत मांग और औद्योगिक उपयोग में वृद्धि है। घरेलू बाजार में चांदी की कीमतें तेजी से बढ़ रही हैं और आने वाले दिनों में ₹2,10,000 प्रति किलोग्राम तक पहुंच सकती हैं।
वैश्विक बाजार का रुख
वैश्विक बाजार में सोने के दाम 0.37 प्रतिशत गिरकर $4,213.12 प्रति औंस हो गए हैं, जबकि चांदी के दाम तीसरे दिन लगातार बढ़े हैं। चांदी का भाव $1.06 या 1.71 प्रतिशत बढ़कर $62.88 प्रति औंस पर पहुंच गया है। इस वर्ष चांदी ने $33.91 या 117.06 प्रतिशत की बढ़त दिखाई है, जो दिसंबर 2024 के अंत में $28.97 प्रति औंस था।
फेडरल रिजर्व की दर कटौती ने धातुओं की रैली को बढ़ावा दिया
Geojit Investments के कमोडिटी रिसर्च हेड हरीश वी ने बताया कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में 25 बेसिस पॉइंट की कटौती और मुद्रास्फीति की वजह से कीमती धातुओं में सकारात्मक भावना बढ़ी है। कम ब्याज दरें सोना और चांदी जैसे गैर-उपज देने वाले संपत्ति को होल्ड करने की लागत कम कर देती हैं, जिससे निवेश आकर्षित होते हैं।
कमजोर डॉलर और मजबूत मांग ने बढ़ाए दाम
हरीश वी ने कहा कि अमेरिकी डॉलर की कमजोरी भी सोना और चांदी की कीमतों को सहारा दे रही है। कमजोर डॉलर इन धातुओं को वैश्विक खरीदारों के लिए सस्ता बनाता है। साथ ही सप्लाई की कमी, औद्योगिक मांग और ETF निवेश से भी चांदी के दाम तेजी से बढ़ रहे हैं।
