IT और प्राइवेट बैंकिंग शेयरों के दबाव से सेंसेक्स और निफ्टी में गिरावट, निवेशक हुए सतर्क

देश के घरेलू शेयर बाजारों में बुधवार को जबरदस्त तेजी देखने को मिली थी, लेकिन गुरुवार को बाजार में ठहराव सा दिखा। निवेशकों ने शुरुआती कारोबार में सतर्कता अपनाई और खासतौर पर IT और प्राइवेट बैंकिंग सेक्टर की गिरावट ने बाजार की तेजी को रोक दिया। निफ्टी 50 और सेंसेक्स दोनों ने मामूली गिरावट के साथ कारोबार की शुरुआत की, जिससे लगातार बढ़ रहे बाजार की रफ्तार पर ब्रेक लग गया।
सेंसेक्स और निफ्टी में गिरावट, सेक्टोरल मूवमेंट्स में विविधता
सुबह 9:15 बजे तक सेंसेक्स 94.43 अंक गिरकर 84,372.08 पर कारोबार कर रहा था, जबकि निफ्टी 31.80 अंक टूटकर 25,844 के स्तर पर था। सेक्टोरल प्रदर्शन में मिश्रित रुख देखा गया। धातु क्षेत्र ने मजबूती दिखाई, जबकि IT और प्राइवेट बैंकिंग शेयरों की गिरावट ने बाजार को कमजोर किया। IT इंडेक्स 0.34% नीचे आया, वहीं निफ्टी प्राइवेट बैंक इंडेक्स 1.17% तक लुढ़क गया। दूसरी ओर मेटल इंडेक्स ने 0.91% की बढ़त दर्ज की, जबकि मीडिया सेक्टर में 0.43% की बढ़ोतरी हुई। ऑटो, ऑयल एंड गैस और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स सेक्टर में हल्की गिरावट देखी गई।

अन्य सेक्टर रहे स्थिर, वोलैटिलिटी में कमी
बैंक, ऊर्जा, FMCG, इंफ्रास्ट्रक्चर, फार्मा, PSU बैंक और रियल्टी सेक्टर लगभग स्थिर रहे और इनमें कोई खास बदलाव नहीं हुआ। वहीं, इंडिया VIX में 3% की गिरावट आई और यह 11.75 पर पहुंच गया, जो यह संकेत देता है कि फिलहाल बाजार में घबराहट या पैनिक की स्थिति नहीं है। निवेशकों की सावधानी बरतने की प्रवृत्ति बनी हुई है।
रिटेल महंगाई में गिरावट से बढ़ी उम्मीदें
देश की खुदरा महंगाई दर अक्टूबर में 0.25% तक गिर गई है, जो 2013 से जारी इस सीरीज में सबसे कम है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस महंगाई में गिरावट से भारतीय रिजर्व बैंक के दिसंबर में ब्याज दर में कटौती की उम्मीदें और मजबूत हुई हैं। यह कदम बाजार में सकारात्मक माहौल बनाने में सहायक होगा।
राजनीतिक अनिश्चितता से सतर्क निवेशक
विशेषज्ञों का कहना है कि फिलहाल बाजार में कोई बड़ा ट्रिगर नहीं है जो तेजी को नई ऊंचाइयों तक ले जाए। बिहार विधानसभा चुनाव के एग्जिट पोल्स बाजार में पहले ही समाहित हो चुके हैं। अब निवेशक असली चुनाव परिणामों पर नजर बनाए हुए हैं। यदि परिणाम एग्जिट पोल्स से भिन्न आए, तो बाजार में और अधिक अस्थिरता देखी जा सकती है। इसलिए फिलहाल निवेशक सतर्कता से काम ले रहे हैं और परिणामों का इंतजार कर रहे हैं।