QR कोड से बदलेगा कांवड़ यात्रा का अनुभव! अब ट्रैफिक जाम नहीं करेगा परेशान

सावन का पावन महीना शुरू होते ही कांवड़ यात्रा का माहौल भी बन गया है। इस बार कांवड़ियों की सुविधा के लिए ट्रैफिक पुलिस ने तकनीक का सहारा लिया है। अब कांवड़ मार्ग पर लगे QR कोड को स्कैन करके यात्री व आम लोग रास्तों की जानकारी आसानी से अपने मोबाइल में प्राप्त कर सकेंगे।
QR कोड से मिलेगा डायवर्ट रूट का अपडेट
कांवड़ यात्रा के दौरान कई मार्ग डायवर्ट कर दिए जाते हैं जिससे आम यात्रियों को जाम और परेशानी का सामना करना पड़ता है। अब QR कोड की मदद से यह दिक्कत दूर होगी। यात्रा मार्गों पर लगे इन कोड्स को मोबाइल कैमरे से स्कैन करते ही आपको तुरंत डायवर्टेड रूट्स की जानकारी मिल जाएगी। इसके लिए इंटरनेट कनेक्शन होना ज़रूरी है और कैमरा लेंस साफ होना चाहिए।
आम लोग भी उठा सकते हैं इस सुविधा का लाभ
यह सुविधा केवल कांवड़ियों के लिए ही नहीं बल्कि आम नागरिकों के लिए भी फायदेमंद है। जो लोग रोज़मर्रा की यात्रा में इन रूट्स का इस्तेमाल करते हैं वे QR कोड स्कैन कर वैकल्पिक मार्गों की जानकारी पा सकते हैं। इससे वे कांवड़ मार्ग से बचते हुए आसानी से अपने गंतव्य तक पहुंच सकते हैं और जाम से राहत पा सकते हैं।
पिछले साल पहुंचे थे 4 करोड़ कांवड़िए
साल 2023 में करीब 4 करोड़ श्रद्धालुओं ने कांवड़ यात्रा में भाग लिया था। इस साल यह संख्या और अधिक बढ़ने की संभावना है। इसी को देखते हुए दिल्ली, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड प्रशासन ने व्यापक स्तर पर तैयारियां की हैं। दिल्ली पुलिस ने कांवड़ियों से केवल निर्धारित मार्गों का उपयोग करने की अपील की है ताकि सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित की जा सके।
शिवभक्ति के साथ डिजिटल व्यवस्था का संगम
इस बार की कांवड़ यात्रा में जहां भक्ति का माहौल होगा वहीं टेक्नोलॉजी का भी साथ देखने को मिलेगा। QR कोड की यह पहल दर्शाती है कि प्रशासन भक्तों की सुविधाओं को लेकर सजग है और समय के साथ आधुनिक तकनीकों को अपनाकर उन्हें और बेहतर बनाने का प्रयास कर रहा है। यह एक ऐसा कदम है जो भविष्य में अन्य धार्मिक आयोजनों के लिए भी मिसाल बन सकता है।