ड्यूटी पथ पर इतिहास रचेंगे पीएम मोदी, जानिए क्यों खास है ड्यूटी भवन-3 का उद्घाटन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज नई दिल्ली के ड्यूटी पथ पर बनाए गए ड्यूटी भवन-3 का उद्घाटन किया। यह उद्घाटन दोपहर 12:15 बजे हुआ, जबकि शाम 6:30 बजे पीएम मोदी एक सार्वजनिक कार्यक्रम को भी संबोधित करेंगे। यह नया भवन सेंट्रल विस्टा परियोजना के तहत प्रस्तावित 10 ड्यूटी भवनों की श्रृंखला का पहला भवन है। अब तक राजधानी में अलग-अलग भवनों में फैले मंत्रालय और विभाग अब ड्यूटी पथ के दोनों ओर एकीकृत रूप से नजर आएंगे। इस कदम से प्रशासनिक कार्यप्रणाली में सुधार और बेहतर समन्वय की उम्मीद जताई जा रही है।
किन मंत्रालयों को मिलेगा नया ठिकाना?
ड्यूटी भवन-3 में जिन प्रमुख मंत्रालयों को स्थानांतरित किया जाएगा, उनमें गृह मंत्रालय, विदेश मंत्रालय, ग्रामीण विकास मंत्रालय, एमएसएमई मंत्रालय, कार्मिक मंत्रालय (DOPT), पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय, और प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार का कार्यालय शामिल है। ये मंत्रालय अभी तक शास्त्री भवन, कृषि भवन, उद्योग भवन और निर्माण भवन जैसी इमारतों में कार्यरत थे, जिनकी स्थिति अब काफी जर्जर हो चुकी है। इन मंत्रालयों का स्थानांतरण एक चरणबद्ध प्रक्रिया में आज से शुरू हो जाएगा। इससे मंत्रालयों की कार्यक्षमता और आपसी समन्वय में बड़ा सुधार आने की संभावना है।
#WATCH | Prime Minister Narendra Modi to inaugurate Kartavya Bhavan at Kartavya Path in Delhi tomorrow.
Kartavya Bhavan has been designed to foster efficiency, innovation, and collaboration by bringing together various Ministries and Departments currently scattered across… pic.twitter.com/WRW4GVVJvL
— ANI (@ANI) August 5, 2025
ड्यूटी भवन-3 की खासियतें
दिल्ली के जनपथ पर बना ड्यूटी भवन-3 1.5 लाख वर्ग मीटर क्षेत्र में फैला हुआ है। इसमें दो बेसमेंट स्तर और 10 मंजिलें शामिल हैं। भवन में 600 गाड़ियों की पार्किंग, 24 बड़े और 26 छोटे सम्मेलन कक्ष, स्मार्ट एंट्री सिस्टम, ई-वाहन चार्जिंग स्टेशन, सोलर पैनल, और सोलर वॉटर हीटर जैसी सुविधाएं मौजूद हैं। इसके अलावा, भवन को ऊर्जा दक्ष बनाने के लिए विशेष डिज़ाइन किया गया है — जैसे कि ऊर्जा बचाने वाली एलईडी लाइट्स, स्मार्ट लिफ्ट्स और सेंसर युक्त प्रकाश व्यवस्था। भवन की खिड़कियां विशेष ग्लास से बनी हैं, जो गर्मी को बाहर और शोर को अंदर आने से रोकती हैं।
नॉर्थ और साउथ ब्लॉक बनेंगे ‘युग युगीन भारत’ संग्रहालय
भविष्य में नॉर्थ और साउथ ब्लॉक में स्थित सभी मंत्रालयों को ड्यूटी भवनों में स्थानांतरित किया जाएगा। इसके बाद इन दोनों प्रतिष्ठित भवनों को संग्रहालयों में परिवर्तित किया जाएगा। इन संग्रहालयों का नाम होगा ‘युग युगीन भारत’, जहां देश की समृद्ध इतिहास, कला और संस्कृति को बिना मूल ढांचे से छेड़छाड़ किए प्रदर्शित किया जाएगा।
शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने बताया कि अगले महीने तक ड्यूटी भवन-1 और 2 भी तैयार हो जाएंगे, जबकि बाकी सात भवन अप्रैल 2027 तक बनकर तैयार होंगे। करीब 1000 करोड़ रुपये की लागत वाले इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य न सिर्फ प्रशासन को केंद्रीकृत करना है, बल्कि सरकारी खर्चों और मेंटेनेंस लागत को भी कम करना है।