संबल Shahi Jama Masjid का पेंटिंग कार्य शुरू, हाई कोर्ट के आदेश पर ASI कर रहा काम

उत्तर प्रदेश के संभल जिले में स्थित Shahi Jama Masjid की बाहरी दीवारों की पेंटिंग का कार्य रविवार से शुरू हो गया है। इलाहाबाद हाई कोर्ट के आदेश के बाद भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) ने इस कार्य की जिम्मेदारी ली है। शनिवार को एएसआई की टीम ने मस्जिद का सर्वे किया था, जिसके बाद मजदूरों ने पेंटिंग का काम शुरू कर दिया। इस दौरान मस्जिद की बाहरी दीवारों पर रंग-रोगन किया जा रहा है, जिसका वीडियो भी सामने आया है।
हाई कोर्ट ने दिया था आदेश
इलाहाबाद हाई कोर्ट ने 12 मार्च को आदेश दिया था कि शाही जामा मस्जिद की बाहरी दीवारों की पेंटिंग का कार्य एक सप्ताह के भीतर पूरा किया जाए। इसके बाद 13 मार्च को एएसआई की टीम ने मस्जिद का निरीक्षण किया और पेंटिंग के लिए आवश्यक सामग्री एवं श्रमिकों की संख्या का आकलन किया।
24 नवंबर को हुआ था विवाद
गौरतलब है कि 24 नवंबर 2023 को शाही जामा मस्जिद के सर्वे के बाद संभल में हिंसा भड़क गई थी। यह हिंसा इतनी बढ़ गई कि इसमें चार लोगों की मौत हो गई थी, जबकि पुलिसकर्मियों सहित कई लोग घायल हुए थे। इसके बाद मस्जिद परिसर को लेकर कानूनी लड़ाई शुरू हुई। हाई कोर्ट ने मामले की सुनवाई करते हुए मस्जिद की बाहरी दीवारों को पेंट करने और लाइटिंग लगाने की अनुमति दी थी, लेकिन मस्जिद के मूल स्वरूप में किसी भी प्रकार के बदलाव पर रोक लगा दी गई थी।
#WATCH | UP | Sambhal: Whitewashing of Sambhal Jama Masjid begins after Allahabad High Court granted permission on March 12.
The next hearing in the case hearing is on April 8. pic.twitter.com/ZZZh0aBmAF
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) March 16, 2025
एएसआई टीम का सर्वे और पेंटिंग प्रक्रिया
शनिवार को एएसआई की एक टीम मस्जिद पहुंची और मस्जिद की बाहरी दीवारों की पेंटिंग के लिए योजना बनाई। इस दौरान यह तय किया गया कि मस्जिद की बाहरी दीवारों पर पेंटिंग के लिए कितनी सामग्री और कितने मजदूरों की जरूरत होगी। रविवार से इस कार्य की शुरुआत हो गई और मजदूरों ने बाहरी दीवारों की सफाई कर रंगाई का काम शुरू कर दिया।
क्या कहा मस्जिद प्रबंधन समिति ने?
शाही जामा मस्जिद प्रबंधन समिति के अध्यक्ष जफर अली ने कहा कि होली के बाद मस्जिद की पेंटिंग शुरू की जाएगी, जिसे अब अमल में लाया गया है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि मस्जिद की पेंटिंग में हमेशा से सफेद, हरा और सुनहरा रंग प्रयोग होता आया है और इस बार भी इन्हीं रंगों का इस्तेमाल किया जाएगा।
उन्होंने यह भी कहा कि मस्जिद की पेंटिंग के खर्च की जिम्मेदारी मस्जिद प्रबंधन समिति ही उठाएगी, हालांकि संभावना है कि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) भी इसमें कुछ सहायता कर सकता है।
हिंदू पक्ष की क्या राय?
हिंदू पक्ष के वकील हरी शंकर जैन ने कहा कि शाही जामा मस्जिद की केवल बाहरी दीवारों को ही पेंट किया जा रहा है। हाई कोर्ट के आदेश के अनुसार, मस्जिद के बाहरी हिस्से में लाइटिंग भी लगाई जाएगी।
सुनवाई की अगली तारीख 8 अप्रैल
इस मामले में इलाहाबाद हाई कोर्ट ने अगली सुनवाई की तारीख 8 अप्रैल तय की है। इससे पहले, सोमवार को अदालत ने एएसआई के वकील से यह साबित करने को कहा था कि मस्जिद की बाहरी दीवारों की पेंटिंग से कोई नुकसान कैसे होगा? इस पर मस्जिद समिति के वकील एस.एफ.ए. नक़वी ने कहा कि अब तक एएसआई ने अपने हलफनामे में यह स्पष्ट नहीं किया है कि वह मस्जिद की बाहरी दीवारों पर पेंटिंग और लाइटिंग लगाने से इनकार क्यों कर रहा था।
मस्जिद के रंग को लेकर विवाद
मस्जिद की रंगाई को लेकर एक नया विवाद भी सामने आ गया है। हिंदू पक्ष की ओर से भगवा रंग किए जाने की चर्चा की जा रही थी, जिसे मस्जिद समिति के अध्यक्ष जफर अली ने पूरी तरह खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि इस तरह की अफवाहें सिर्फ माहौल खराब करने के लिए फैलाई जा रही हैं और शहर में शांति बनाए रखना सबसे ज़रूरी है।
रमज़ान में होगी विशेष लाइटिंग
मस्जिद कमेटी के महासचिव मसूद फारूक़ी ने कहा कि रमज़ान के दौरान मस्जिद को विशेष रूप से सजाया जाएगा और इसमें लाइटिंग भी की जाएगी।
संभल की शाही जामा मस्जिद को लेकर विवादों के बाद अब इलाहाबाद हाई कोर्ट के आदेश पर पेंटिंग का कार्य शुरू हो चुका है। एएसआई की देखरेख में मस्जिद की बाहरी दीवारों की रंगाई और लाइटिंग की जा रही है। इस मुद्दे को लेकर हिंदू और मुस्लिम पक्षों में विरोधाभास जरूर देखने को मिल रहा है, लेकिन मस्जिद प्रबंधन समिति का कहना है कि शहर में शांति बनी रहनी चाहिए। अब सबकी नज़रें 8 अप्रैल की सुनवाई पर टिकी हुई हैं, जिसमें इस विवाद से जुड़ी आगे की कानूनी प्रक्रिया तय होगी।