इंग्लैंड में पिटे भारतीय गेंदबाज, अश्विन ने चयन समिति पर फोड़ा गुस्सा, बोले- क्यों नहीं चुना कुलदीप?

भारत और इंग्लैंड के बीच चौथे टेस्ट मैच में भारतीय टीम पहली पारी में 358 रन बनाकर ऑलआउट हो गई। जवाब में इंग्लैंड ने दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक सिर्फ दो विकेट खोकर 225 रन बना लिए। इंग्लैंड के बल्लेबाज भारतीय गेंदबाजों की जमकर धुनाई कर रहे थे और भारतीय गेंदबाजी आक्रमण पूरी तरह फीका नजर आया। इसी बीच पूर्व भारतीय क्रिकेटर रविचंद्रन अश्विन ने टीम मैनेजमेंट और गौतम गंभीर पर कड़ी नाराजगी जाहिर की और सवाल उठाया कि आखिर क्यों स्पिन गेंदबाज कुलदीप यादव को चौथे टेस्ट में मौका नहीं दिया गया।
टीम चयन रणनीति पर उठाए सवाल
अश्विन ने कहा कि भारतीय टीम ने बल्लेबाजी में गहराई को ज्यादा महत्व दिया, जिसके कारण टीम अपनी सबसे मजबूत प्लेइंग इलेवन मैदान पर नहीं उतार सकी। उन्होंने कहा, “अगर किसी ने मुझसे कहा होता कि पहले चार टेस्ट में कुलदीप यादव को मौका नहीं मिलेगा, तो मैं हैरान हो जाता। यह बल्लेबाजी के पीछे पागलपन है, जिसमें हम 20-30 रन के लिए अपनी गेंदबाजी कमजोर कर देते हैं। अब वो दिन गए जब इंग्लैंड में 20-30 रन का महत्व हुआ करता था। अब यदि आपके नंबर 7 और 8 के बल्लेबाज 30-30 रन बना भी लें, तो यह कुल मिलाकर 60 रन ही होते हैं, जो पहले फायदेमंद होते थे क्योंकि पिच गेंदबाजों को मदद करती थी। लेकिन अब परिस्थितियां बदल चुकी हैं।”
विकेट लेने से बड़ा नहीं 30-40 रन
अश्विन ने आगे कहा कि अब 30-40 रन से ज्यादा जरूरी यह है कि आप विपक्षी टीम के 2-3 विकेट जल्दी निकाल सकें। उन्होंने कहा, “मैं यह नहीं कह रहा कि अगर कुलदीप यादव खेलते तो वे पांच विकेट ले लेते, लेकिन उनकी मौजूदगी बल्लेबाजों के दिमाग में खेलती। पिछले साल भारत में भी इसी तरह की फ्लैट पिचें थीं, जिस पर काफी रन बने, लेकिन कुलदीप ने वहां भी शानदार गेंदबाजी की थी। ऐसे में यह एक बड़ा मौका था, जिसमें कुलदीप यादव को मौका दिया जाना चाहिए था। हो सकता है वह एक विकेट ही निकाल पाते, लेकिन वह पहले विकेट की साझेदारी को तोड़ सकते थे।”
कुलदीप जैसे गेंदबाज की कमी खली
अश्विन ने साफ कहा कि भारत को दूसरे दिन कुलदीप यादव जैसे गेंदबाज की कमी खली। उन्होंने कहा कि कुलदीप यादव भले ही कुछ रन लुटा देते, लेकिन एक अहम विकेट निकाल सकते थे, जिससे इंग्लैंड की बल्लेबाजी क्रम में खलल पड़ता और भारतीय टीम को मैच में वापसी का मौका मिलता। अश्विन ने टीम मैनेजमेंट को सलाह देते हुए कहा कि इंग्लैंड की नई परिस्थितियों में अब 30-40 रन से ज्यादा महत्वपूर्ण विकेट लेना है, और ऐसे में स्पिन विकल्प को नजरअंदाज करना टीम की बड़ी रणनीतिक चूक है। उन्होंने उम्मीद जताई कि आने वाले मैचों में भारतीय टीम विकेट लेने की सोच के साथ अपने गेंदबाजी विकल्पों को मजबूत करेगी।