धरमपुर में बादल फटते ही बहे घर और गाड़ियां, Himachal Pradesh में तबाही का नया चेहरा

Himachal Pradesh में मॉनसून का प्रकोप खतरनाक रूप ले चुका है। मंडी जिले के धरमपुर के लूंगणी गांव में बादल फटने की खबर सामने आई है। इससे करसोग घाटी में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। बताया जा रहा है कि इस घटना में 7 से 8 घर बह गए हैं और कई वाहन पानी की तेज धार में बह गए हैं। प्रशासन ने स्थानीय लोगों को घरों में ही रहने की सख्त हिदायत दी है।
करसोग में बाढ़ ने पलट दी गाड़ियां, गांव में मचा हड़कंप
करसोग के मेगली गांव में नाले का पानी इतनी तेज़ी से बहा कि गांव में तबाही मच गई। करीब दो दर्जन वाहन और आठ से ज्यादा घर इसकी चपेट में आ गए। पंडोह में नाले का पानी रात को अचानक गांव में भर गया, जिससे लोग अपने घरों से निकलकर मुख्य सड़क की ओर भागे। रात के अंधेरे में दहशत का माहौल था। पंडोह पुलिस कैंप ने लोगों को आश्रय दिया और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया।
कुल्लू के बंजार में तीरथन नदी का रौद्र रूप
कुल्लू की बंजार घाटी में भीषण बारिश के कारण तीरथन नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। नतीजतन घाटी की दर्जनों सड़कें टूट गई हैं और आवाजाही पूरी तरह ठप हो गई है। थुनाग क्षेत्र में नाले का पानी मुख्य बाजार सड़क पर बहने लगा, जिससे घरों में पानी घुस गया। लोगों ने पूरी रात बिना सोए ही गुजारी। इन हालातों में निजी संपत्तियों को भारी नुकसान पहुंचा है।
मौसम विभाग ने दी रेड अलर्ट की चेतावनी
हिमाचल प्रदेश में 01 जुलाई से 06 जुलाई तक भारी बारिश की संभावना जताई गई है। आज के लिए भी मौसम विभाग ने रेड अलर्ट जारी किया है। पर्वतीय क्षेत्रों में लगातार हो रही बारिश से नदियां और नाले उफान पर हैं, वहीं जगह-जगह भूस्खलन की घटनाएं सामने आ रही हैं। सड़कों पर मलबा और पत्थर गिरने से परिवहन व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है।
प्रशासन की अपील: घर से न निकलें, अलर्ट का पालन करें
मंडी जिला प्रशासन ने स्थानीय लोगों और पर्यटकों से अपील की है कि जब तक बहुत जरूरी न हो घर से बाहर न निकलें। प्रशासन ने चेताया है कि आने वाले घंटों में बारिश और तेज़ हो सकती है जिससे स्थिति और बिगड़ सकती है। जिला प्रशासन द्वारा जारी की गई एडवाइजरी का पालन करना आवश्यक है ताकि जान-माल की हानि से बचा जा सके।