‘उदयपुर फाइल्स’ पर हाईकोर्ट की रोक के बाद मेकर्स ने खटखटाया सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा, विवाद बढ़ा

हिंदी सिनेमा में फिल्मों का कानूनी पचड़ों में फंसना कोई नई बात नहीं है। अक्सर देखा गया है कि रिलीज और विवादित कंटेंट को लेकर कई फिल्में अदालत के मामलों में उलझ जाती हैं। फिलहाल, अभिनेता विजय राज की आने वाली फिल्म ‘उदयपुर फाइल्स’ भी अपनी रिलीज को लेकर विवादों में घिर गई है। हाल ही में दिल्ली हाईकोर्ट के आदेश पर इस फिल्म की रिलीज पर रोक लगा दी गई थी। अब फिल्म के मेकर्स ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है और मामले में पुनः सुनवाई की मांग की है।
सुप्रीम कोर्ट में होगी ‘उदयपुर फाइल्स’ पर सुनवाई
फिल्म ‘उदयपुर फाइल्स’ के निर्माता गौरव भाटिया ने दिल्ली हाईकोर्ट के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है। गौरव भाटिया का मानना है कि उनकी फिल्म किसी ऐसे मुद्दे पर नहीं बनी है, जिसके बारे में कोई अनजान हो। उनका कहना है कि यह फिल्म एक सच्ची घटना पर आधारित है, जिसमें निर्दोष दर्जी कन्हैयालाल की हत्या को दिखाया गया है। इसे जीवन के मौलिक अधिकारों का उल्लंघन मानते हुए गौरव भाटिया ने सुप्रीम कोर्ट में अपनी दलील पेश की है।
सुप्रीम कोर्ट ने पुनः सुनवाई की मांग स्वीकार की
सुप्रीम कोर्ट ने मेकर्स की पुनः सुनवाई की मांग को स्वीकार कर लिया है। अब देखना यह होगा कि क्या सुप्रीम कोर्ट से ‘उदयपुर फाइल्स’ की रिलीज को हरी झंडी मिलती है या नहीं। बता दें कि इससे पहले 10 जुलाई को दिल्ली हाईकोर्ट ने फिल्म की रिलीज से ठीक 12 घंटे पहले इसके रिलीज पर रोक लगाने का आदेश दिया था, जबकि फिल्म 11 जुलाई को रिलीज होने वाली थी।
किस पर आधारित है फिल्म ‘उदयपुर फाइल्स’
फिल्म ‘उदयपुर फाइल्स’ राजस्थान के उदयपुर में 2022 में हुई दर्जी कन्हैयालाल साहू की हत्या की घटना पर आधारित है। जिसमें एक अन्य समुदाय के दो लोगों ने मिलकर उनकी गला रेत कर हत्या कर दी थी। अब निर्माता अमित जानी ने निर्देशक के साथ मिलकर इस हत्या को फिल्म का रूप दिया है, जो सिनेमाघरों में रिलीज होने के लिए संघर्ष कर रही है।