एर्नाकुलम–बेंगलुरु वंदे भारत की दीवानगी, लॉन्च के घंटेभर में सभी सीटें फुल, वेटिंग लिस्ट ने तोड़ा रिकॉर्ड

वंदे भारत एक्सप्रेस को लेकर पूरे देश में जो उत्साह देखा जा रहा है वही उत्साह केरल और कर्नाटक में भी नजर आया है। एर्नाकुलम से बेंगलुरु चलने वाली यह तीसरी वंदे भारत ट्रेन शुरू होते ही लोगों की पसंद बन गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब वाराणसी से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इसे हरी झंडी दिखाई तो कुछ ही घंटों में इसके सभी टिकट फुल हो गए। लोग इस नई ट्रेन की स्पीड और सुविधा को लेकर बेहद उत्साहित हैं और तेज यात्रा का अनुभव करना चाहते हैं।
टिकटों की रफ्तार ने चौंकाया
इस ट्रेन की बुकिंग इतनी तेजी से भरी कि कुछ ही घंटों में अगले कई दिनों तक की सीटें पूरी तरह भर गईं। आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर एग्जीक्यूटिव चेयर कार में दस दिन तक वेटिंग दिख रही है। एसी चेयर सीटें भी सोलह नवंबर तक फुल हैं। इससे साफ दिखता है कि यात्रियों को इस रूट पर एक तेज और आरामदायक विकल्प की कितनी जरूरत थी। यात्रा का अनुभव बेहतर होने से लोग ट्रेन की ओर तेजी से आकर्षित हो रहे हैं।

किराया और सुविधा की जानकारी
एर्नाकुलम बेंगलुरु वंदे भारत ट्रेन में कुल आठ कोच लगाए गए हैं जिनमें एसी चेयर और एग्जीक्यूटिव एसी दो तरह की सीटें हैं। एसी चेयर का किराया 1615 रुपये है जबकि एग्जीक्यूटिव एसी का किराया 2980 रुपये है। यात्रियों को आरामदायक सीटें मिलती हैं और कोच के अंदर साफ सफाई बनाए रखने का खास ध्यान रखा जाता है। यही वजह है कि लोग थोड़ा ज्यादा किराया देने में भी हिचकिचाते नहीं हैं क्योंकि उन्हें सुविधा और समय की बचत दोनों मिलती हैं।
समय और स्टॉपेज का पूरा प्लान
यह ट्रेन सुबह पांच बजकर दस मिनट पर बेंगलुरु से चलती है और दोपहर एक बजकर पचास मिनट पर एर्नाकुलम पहुंचती है। यानी कुल यात्रा समय सिर्फ आठ घंटे चालीस मिनट है। वापसी में यह ट्रेन दोपहर दो बजकर बीस मिनट पर एर्नाकुलम से चलती है और रात ग्यारह बजे केएसआर बेंगलुरु पहुंचती है। यह ट्रेन सात स्टेशनों पर रुकती है जिनमें कृष्णराजपुरम सलेम इरोड तिरुप्पुर कोयंबटूर पालाक्काड और त्रिशूर शामिल हैं। पहले यही दूरी तय करने में करीब ग्यारह घंटे लगते थे लेकिन वंदे भारत ने इस समय को काफी कम कर दिया है।
यात्रा में तेजी और लोगों की खुशी
वंदे भारत ट्रेन ने न केवल यात्रा का समय कम किया है बल्कि लोगों के लिए सफर को ज्यादा आरामदायक भी बना दिया है। तेज रफ्तार आधुनिक सुविधाएं और सुगम रूट इस ट्रेन को एक बेहतर अनुभव बनाते हैं। एर्नाकुलम और बेंगलुरु के बीच रोजाना यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए यह ट्रेन किसी वरदान से कम नहीं है। यही वजह है कि इसके शुरू होते ही लोगों में इसके प्रति भारी उत्साह नजर आ रहा है और आने वाले दिनों में इसका क्रेज और बढ़ने वाला है।
