Earthquake: चंबा और दिल्ली-NCR में भूकंप के झटके, लोगों में दहशत का माहौल

Earthquake: हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले में शुक्रवार सुबह 6:23 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए। इसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 3.5 मापी गई। भूकंप का केंद्र धरती से पांच किलोमीटर गहराई में था। झटकों के बाद लोग डर के मारे घरों से बाहर निकल आए। हालांकि, किसी जान-माल के नुकसान की खबर नहीं आई है। चंबा के साथ-साथ जम्मू-कश्मीर और पंजाब के कुछ इलाकों में भी इसका असर देखा गया।
दिल्ली-NCR में भी धरती हिली, दहशत में लोग
इससे पहले गुरुवार को दिल्ली और आसपास के इलाकों में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। सुबह 9:04 बजे आए इस भूकंप की तीव्रता 4.4 मापी गई। इसका केंद्र हरियाणा के झज्जर में 10 किलोमीटर गहराई में था। दिल्ली, नोएडा, गाज़ियाबाद, फरीदाबाद समेत कई शहरों में लोग अचानक झटकों से घबरा गए और खुले स्थानों पर भागते नजर आए।
EQ of M: 3.5, On: 11/07/2025 06:23:56 IST, Lat: 32.36 N, Long: 76.18 E, Depth: 5 Km, Location: Chamba, Himachal Pradesh.
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क्यों आते हैं भूकंप? जानिए वैज्ञानिक कारण
धरती के भीतर सात टेक्टोनिक प्लेट्स होती हैं जो लगातार हिलती रहती हैं। जब ये प्लेटें आपस में टकराती हैं या रगड़ खाती हैं, तो ऊर्जा का विस्फोट होता है और वही भूकंप के रूप में महसूस होता है। भूकंप का सबसे ज्यादा असर आम लोगों पर होता है। कई बार घर गिरने से लोगों की जान तक चली जाती है।
भारत के कौन से क्षेत्र हैं भूकंप संभावित जोन
भारत का लगभग 59% हिस्सा भूकंप की दृष्टि से संवेदनशील माना गया है। इसे चार ज़ोन – ज़ोन 2, 3, 4 और 5 में बांटा गया है। ज़ोन 5 सबसे खतरनाक है जबकि ज़ोन 2 सबसे कम खतरे वाला है। दिल्ली ज़ोन 4 में आता है, जहां 7 तीव्रता तक के भूकंप आने की संभावना बनी रहती है। हिमालयी क्षेत्र, उत्तर-पूर्व भारत और कच्छ जैसे इलाके सबसे ज्यादा संवेदनशील माने जाते हैं।
रिक्टर स्केल से समझिए भूकंप की तबाही की ताकत
रिक्टर स्केल पर 4 से 4.9 की तीव्रता में घर का सामान गिर सकता है। 5 से 5.9 में भारी सामान खिसकने लगता है। 6 से 6.9 में इमारतों में दरारें आ जाती हैं। 7 से ऊपर इमारतें गिर जाती हैं और 8 से ऊपर के भूकंप में सुनामी का खतरा भी रहता है। 9 या उससे ऊपर के भूकंप में भीषण तबाही होती है।