उत्तराखंड में बादल फटा! रुद्रप्रयाग-चमोली में तबाही, लापता, सड़कों पर मलबा और उफनती नदियां बढ़ा रही खतरा

उत्तराखंड में एक बार फिर बादल फटने की घटनाओं ने भारी तबाही मचाई है। रुद्रप्रयाग और चमोली जिले से विनाशकारी तस्वीरें सामने आई हैं। रुद्रप्रयाग के तहसील बसुकेदार क्षेत्र के बड़ेठ डूंगर टोक और चमोली के देवाल इलाके में बादल फटने से कई परिवार मलबे में दब गए। चमोली में दो लोगों के लापता होने की खबर है, जबकि कुछ घायल बताए जा रहे हैं। लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है।
चमोली में मलबे से भरे घर, दो लोग लापता
चमोली जिले के देवाल क्षेत्र में कलेश्वर इलाके में पहाड़ से आया मलबा लोगों के घरों में घुस गया। मलबा हटाने के लिए प्रशासन JCB मशीनों की मदद ले रहा है। देर रात मोपटा गांव में बादल फटने से तारा सिंह और उनकी पत्नी लापता हो गए, जबकि विक्रम सिंह और उनकी पत्नी घायल हो गए हैं। जोशीमठ, नारायणबगड़, थराली, ग्वालदम और गैरसैंण क्षेत्र में नदियां और नाले उफान पर हैं।
जनपद रुद्रप्रयाग के तहसील बसुकेदार क्षेत्र के अंतर्गत बड़ेथ डुंगर तोक और जनपद चमोली के देवाल क्षेत्र में बादल फटने के कारण मलबा आने से कुछ परिवारों के फंसे होने का दुःखद समाचार प्राप्त हुआ है। स्थानीय प्रशासन द्वारा राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी है, इस संबंध में निरंतर…
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) August 29, 2025
मुख्यमंत्री धामी ने दी राहत कार्यों की जानकारी
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोशल मीडिया पर घटना पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि रुद्रप्रयाग और चमोली के प्रभावित क्षेत्रों में राहत-बचाव कार्य युद्ध स्तर पर जारी हैं। उन्होंने आपदा सचिव और जिलाधिकारियों से बात कर तत्काल प्रभावी कदम उठाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने बाबा केदार से सभी की सुरक्षा की प्रार्थना भी की।
रुद्रप्रयाग और उत्तरकाशी में बिगड़े हालात
रुद्रप्रयाग जिले में भी देर रात से लगातार बारिश ने कहर बरपाया है। गौरीकुंड-रुद्रप्रयाग-ऋषिकेश-बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग जगह-जगह बंद हो गया है। नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर है। कई जगहों पर भूस्खलन से मलबा सड़कों पर आ गया है, जिससे वाहन फंस गए हैं। कालीमठ घाटी और बेसू केदार क्षेत्र में भारी बारिश ने लोगों को घर छोड़ने पर मजबूर कर दिया है।
राष्ट्रीय राजमार्ग और ग्रामीण मार्ग ठप
लगातार बारिश से चमोली में नंदप्रयाग, कमरेड़ा, भनेरपानी, पागलनाला, गुलाबकोटी और जिलासू जैसे स्थानों पर राष्ट्रीय राजमार्ग बंद हो गया है। वहीं उत्तरकाशी जिले में गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग नालूपानी, नालुना, चड़ैठी, पापड़ गाड़ और नेताला समेत कई जगहों पर बंद हो गया है। दर्जनों ग्रामीण मार्ग भी ठप पड़े हैं। जलभराव, भूस्खलन और मलबे के चलते आम लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।