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अमेरिका मंदी के कगार पर! Moody’s chief economist ने जताई चिंता, Trump करेंगे क्या विरोधी उपाय या नजरअंदाज?

अमेरिका मंदी की दहलीज पर: रेटिंग एजेंसी मूडीज के मुख्य अर्थशास्त्री मार्क ज़ैंडी ने हाल ही में चेतावनी दी है कि अमेरिका मंदी के कगार पर है। ज़ैंडी, जिन्होंने 2008 में ग्रेट डिप्रेशन की भविष्यवाणी की थी, का कहना है कि अमेरिका के उन राज्यों का आर्थिक हाल गंभीर है, जो देश की GDP का एक-तिहाई हिस्सा बनाते हैं। इनमें से कई राज्य पहले ही मंदी के प्रभाव में हैं या उसकी कगार पर खड़े हैं।

आम अमेरिकी पर असर: महंगाई और रोजगार संकट

ज़ैंडी ने Newsweek को दिए साक्षात्कार में बताया कि मंदी का असर आम अमेरिकी पर दो तरीकों से पड़ेगा। पहला, दैनिक आवश्यक वस्तुओं की कीमतें बढ़ेंगी और महंगाई बढ़ेगी। दूसरा, खाद्य, वस्त्र और परिवहन उद्योगों में रोजगार संकट पैदा होगा। उन्होंने कहा कि वर्तमान में कीमतें पहले से बढ़ रही हैं, लेकिन आने वाले समय में यह इतना बढ़ जाएगा कि लोगों को इसे नजरअंदाज करना असंभव हो जाएगा।

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मूडीज के प्रमुख अर्थशास्त्री ने यह भी कहा कि व्यय, रोजगार और मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर के आंकड़े दिखाते हैं कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था मंदी के बेहद करीब है। साथ ही अमेरिकी कंपनियों के मुनाफ़े पर टैरिफ का असर और होमिंग मार्केट की समस्याएँ चिंता का कारण हैं। ज़ैंडी ने यह अनुमान लगाया कि वर्तमान में 2.7 प्रतिशत वार्षिक महंगाई दर अगले साल तक करीब 4 प्रतिशत तक बढ़ सकती है।

मंदी का सबसे बड़ा प्रभाव: वाशिंगटन मेट्रोपॉलिटन

ज़ैंडी ने कहा कि मंदी के प्रभाव वाले राज्य पूरे देश में फैले हैं, लेकिन सरकारी नौकरियों में कटौती के कारण इसका सबसे बड़ा प्रभाव वाशिंगटन मेट्रोपॉलिटन पर पड़ रहा है। दक्षिणी राज्यों की आर्थिक स्थिति अभी मजबूत मानी जा रही है, लेकिन उनकी विकास दर धीमी हो रही है। वहीं, कैलिफ़ोर्निया और न्यूयॉर्क, जो देश की कुल GDP का 20 प्रतिशत बनाते हैं, आर्थिक स्थिरता के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं। इन राज्यों की स्थिरता राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था को मंदी से बचाने में अहम भूमिका निभा सकती है।

टैरिफ और अंतरराष्ट्रीय प्रभाव

ज़ैंडी की चेतावनी के बीच, ट्रम्प प्रशासन भारत पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाने की रणनीति अपनाए हुए है। टैरिफ का असर अमेरिकी कंपनियों के मुनाफ़े और घरेलू अर्थव्यवस्था पर पड़ सकता है। इस पर सवाल उठता है कि क्या प्रशासन मूडीज के मुख्य अर्थशास्त्री की रिपोर्ट को गंभीरता से लेगा या नहीं। टैरिफ और मौजूदा आर्थिक चुनौतियों के बीच, अमेरिकी सरकार को तत्काल कदम उठाने की आवश्यकता है ताकि मंदी के प्रभाव को सीमित किया जा सके।

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