धोखाधड़ी से बचाव का नया उपाय! DoT का Sanchar Sarathi पोर्टल देगा बैंक और वेबसाइट की असली जानकारी

आज के डिजिटल युग में साइबर अपराधी लोगों को धोखा देने के नए-नए तरीके अपनाने लगे हैं। फोन कॉल, ईमेल, और डिजिटल गिरफ्तारी जैसे झांसे देकर कई लोगों को बड़ी रकम से ठग लिया जाता है। हाल ही में दिल्ली में एक सेवानिवृत्त बैंक अधिकारी से डिजिटल गिरफ्तारी के नाम पर लगभग 23 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी हुई। ऐसे मामले लोगों में भय और असुरक्षा की भावना पैदा करते हैं। इन्हीं चुनौतियों को देखते हुए भारत सरकार के तहत दूरसंचार विभाग (DoT) ने एक नया कदम उठाया है, जिससे जनता को धोखाधड़ी से बचाने और सुरक्षित रखने की सुविधा मिलेगी।
डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकॉम का नया वेरिफिकेशन सिस्टम
दूरसंचार विभाग ने एक ऐसा सिस्टम विकसित किया है, जिससे नागरिक आसानी से जांच सकते हैं कि जो संदेश उन्हें किसी बैंक या संस्था की ओर से आया है, वह सही है या नहीं। चाहे वह ईमेल हो, फोन नंबर हो या वेबसाइट, सभी की विश्वसनीयता इस सिस्टम से चेक की जा सकती है। सरकार ने इसके लिए एक नया पोर्टल लॉन्च किया है, जिसका नाम है ‘संचार सारथी पोर्टल’। इस पोर्टल के माध्यम से लोग किसी भी बैंक या संस्था की आधिकारिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
Empowering Citizens with Safe Digital Choices!
Think before you share, scammers often pretend to be from trusted institutions. Always verify using trusted contact on #SancharSaathi before you act.
For verification click on this link – https://t.co/PbwkRgqZCy#DoT #ScamAlert… pic.twitter.com/LBA5HtaaZR
— DoT India (@DoT_India) November 4, 2025
संचार सारथी पोर्टल की खासियतें
संचार सारथी पोर्टल में उपयोगकर्ता बैंक या संस्था का नाम, वेबसाइट, ईमेल एड्रेस या फोन नंबर दर्ज करके उसकी पूरी जानकारी पा सकते हैं। पोर्टल आपको उस बैंक या संस्था का आधिकारिक वेबसाइट, ईमेल, टोल-फ्री नंबर, व्हाट्सएप संपर्क, और ग्राहक सहायता के अन्य माध्यम भी दिखाता है। इससे लोगों को पता चल जाता है कि जो कॉल या मैसेज आ रहा है, वह कहीं से भी आधिकारिक है या धोखाधड़ी करने वालों का हिस्सा। यदि किसी संदिग्ध नंबर की जांच की जाए और वह पोर्टल पर न मिले तो समझिए कि यह नंबर फर्जी है।
कैसे काम करता है पोर्टल और इसके फायदे
जब भी आपको अपने बैंक या किसी संस्था से कोई कॉल या संदेश आए जो संदिग्ध लगे, तो आप तुरंत संचार सारथी पोर्टल पर जाकर नंबर या वेबसाइट की जांच कर सकते हैं। इससे आप धोखाधड़ी से बच सकते हैं और अपनी जानकारी सुरक्षित रख सकते हैं। यह पोर्टल खासकर उन लोगों के लिए बहुत उपयोगी साबित होगा जो टेक्नोलॉजी से ज्यादा परिचित नहीं हैं और आसानी से धोखाधड़ी के शिकार हो जाते हैं।
DoT का संदेश और भविष्य की दिशा
दूरसंचार विभाग ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर लिखा, “नागरिकों को सुरक्षित डिजिटल विकल्पों से सशक्त बनाना हमारा उद्देश्य है। कुछ लोग विश्वसनीय संस्थाओं के रूप में पहचान बना कर धोखाधड़ी करते हैं। इसलिए, कोई भी जानकारी साझा करने से पहले सोचें और संचार सारथी पर संपर्क की जांच अवश्य करें।” यह पहल देश में डिजिटल सुरक्षा और जागरूकता को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे न केवल आम जनता को सुरक्षित रखा जा सकेगा बल्कि धोखाधड़ी के मामलों में कमी आएगी।
